सोलन: राजकीय महाविद्यालय सोलन में विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम महाविद्यालय के रसायन विज्ञान विभाग के लेवोइसिएर क्लब और राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) इकाई के संयुक्त तत्वावधान में, मां शूलिनी सेवा ट्रस्ट सोलन के सहयोग से आयोजित हुआ।
स्वास्थ्य, आहार एवं पोषण विषय पर केंद्रित इस सत्र में महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. मनीषा कोहली ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। कार्यक्रम का मुख्य ध्येय युवा पीढ़ी को संतुलित भोजन के महत्व, भोजन ग्रहण करने के सही समय और एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के प्रति प्रेरित करना था।

कार्यक्रम में बतौर संसाधन व्यक्ति उपस्थित डॉ. अदिति गर्ग ने विद्यार्थियों को स्वास्थ्य और पोषण से जुड़ी बारीकियों को बहुत ही सहज और सरल तरीके से समझाया। उन्होंने विद्यार्थियों के मन में उठने वाले सामान्य प्रश्नों जैसे ‘क्या खाना चाहिए’, ‘कब खाना चाहिए’ और ‘कितनी मात्रा में खाना चाहिए’ का वैज्ञानिक और व्यावहारिक उत्तर दिया।
डॉ. गर्ग ने जोर देकर कहा कि केवल अच्छा भोजन ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि उसे सही समय और सही तरीके से खाना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। उन्होंने दैनिक जीवन में पोषण और अच्छी आदतों को शामिल करने के आसान तरीके भी साझा किए, ताकि विद्यार्थी पढ़ाई के साथ-साथ अपने स्वास्थ्य का भी बेहतर ख्याल रख सकें। इस सत्र में एनएसएस के स्वयंसेवकों और रसायन विज्ञान विभाग के छात्र-छात्राओं सहित लगभग 100 विद्यार्थियों ने पूरे उत्साह के साथ भाग लिया।
इस ज्ञानवर्धक सत्र के दौरान महाविद्यालय के वरिष्ठ संकाय सदस्यों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इनमें डॉ. योगेश जैन, डॉ. रमेश, डॉ. प्रियंका मुल्तानी, डॉ. घनश्याम सोनी, डॉ. दीपक गुप्ता, डॉ. अनिल ठाकुर और डॉ. चमन शर्मा प्रमुख रूप से शामिल थे। इसके अलावा, मां शूलिनी सेवा ट्रस्ट की ओर से सूरज शानू ने भी कार्यक्रम में विशेष रूप से शिरकत की।
कार्यक्रम के समापन पर प्राचार्या डॉ. मनीषा कोहली ने आयोजकों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि विद्यार्थियों के शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास के लिए इस तरह के जागरूकता अभियान अत्यंत आवश्यक हैं। उन्होंने भविष्य में भी ऐसे स्वास्थ्यवर्धक कार्यक्रमों के आयोजन पर बल दिया।