सोलन कॉलेज में साइबर फ्रॉड से बचने के तरीकों पर चर्चा

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By Hills Post

सोलन: राजकीय महाविद्यालय सोलन में “शिक्षा में कृत्रिम बुद्धिमत्ता अनुसंधान पद्धति और नवचारी शिक्षण उपकरणों का उपयोग के उभरते रुझान” (Emerging Trends in Use of Artificial Intelligence, Research Methodology and Innovative Teaching Tools in Education ) विषय पर चल रहे संकाय विकास कार्यक्रम का तीसरा दिन मुख्य रूप से साइबर फ्रॉड तथा इससे बचने के तरीकों पर केंद्रित रहा।

कार्यक्रम के पहले सत्र में डिपार्टमेंट आफ कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग जे.यू.आई.टी. वॉकनाघाट के डॉक्टर कुशल कंवर ने शिक्षा में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI in Education) पर अपने विचार व्यक्त किए। उन्होने AI के विभिन टूल्स जैसे चैट जी.पी.टी., रिसर्च रैबिट तथा एस.सी.आई. स्पेस पर विस्तार पूर्वक चर्चा की।

कार्यक्रम के दूसरे सत्र मे मनीष तोमर ने विभिन्न AI टूल्स की रोचक जानकारी प्रदान की तथा उनकी उपयोगिता के बारे में विस्तार पूर्वक बताया। उन्होंने यह भी बताया कि किस प्रकार कोई व्यक्ति साइबर फ्रॉड का शिकार हो सकता है। इसके साथ ही तोमर ने साइबर क्राइम से बचने के तरीकों और सावधानियों के बारे में भी जानकारी दी।

इस अवसर पर राजकीय महाविद्यालय की प्राचार्या डॉक्टर मनीषा कोहली भी उपस्थित रही। इस कार्यक्रम में आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (आइक्यूएसी) के समन्वयक डॉक्टर अनिल ठाकुर सहित आइक्यूएसी के सभी सदस्य तथा महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉक्टर रितु शर्मा सोनी, डॉक्टर अनंत विद्या निधि, प्रोफेसर निवेदिता पाठक, डॉ. बी. एन. कमल तथा डॉक्टर जगदीश चंद तथा सभी स्थानीय महाविद्यालय और बाहर के महाविद्यालयों से आए हुए प्रतिभागी उपस्थित रहे।

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