सोलन: हिमाचल प्रदेश सरकार ने सोलन जिला पुलिस की कार्यक्षमता को सुदृढ़ करने और राष्ट्रीय राजमार्गों पर सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। सरकार द्वारा जिला पुलिस को तीन नए अत्याधुनिक वाहन उपलब्ध करवाए गए हैं, जिनमें एक इंटरसेप्टर और दो इलेक्ट्रिक पेट्रोलिंग वाहन शामिल हैं। ये तीनों वाहन आधुनिक तकनीक का बेहतरीन नमूना हैं, जो लेजर स्पीड गन, हाई-रिजॉल्यूशन कैमरे, एल्कोसेंसर और जीपीएस जैसी बहु-तकनीकी सुविधाओं से लैस हैं। पुलिस प्रशासन ने इन वाहनों को राष्ट्रीय उच्चमार्ग-05 (NH-05) पर निर्धारित तीन अलग-अलग बीटों पर तैनात किया है, जहाँ पुलिस के जवान 24 घंटे सातों दिन (24×7) मुस्तैद रहेंगे।

इन हाई-टेक वाहनों की तैनाती का मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय राजमार्ग पर पेट्रोलिंग को प्रभावी बनाना और हर पल पुलिस की उपस्थिति सुनिश्चित करना है। आधुनिक उपकरणों की मदद से अब शराब पीकर वाहन चलाने वालों, निर्धारित सीमा से अधिक तेज रफ्तार (ओवरस्पीडिंग) करने वालों और सड़क पर स्टंट दिखाकर दूसरों की जान जोखिम में डालने वाले बिगड़ैल बाइकर्स पर कड़ी निगरानी रखी जा सकेगी। लेजर कैमरों और जीपीएस की मदद से यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ नियमानुसार त्वरित कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। इसके अलावा, अपराध करके भागने वाले अपराधियों को पकड़ने और राजमार्ग पर होने वाली संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने में भी ये वाहन कारगर साबित होंगे।
पुलिस की यह नई पहल केवल निगरानी और चालान तक सीमित नहीं है, बल्कि यह मानवीय सहायता का भी एक सशक्त माध्यम बनेगी। इन वाहनों की तैनाती का एक बड़ा लक्ष्य सड़क दुर्घटनाओं में घायल होने वाले व्यक्तियों को ‘गोल्डन ऑवर’ के भीतर त्वरित सहायता प्रदान करना और उन्हें तत्काल उपचार हेतु अस्पताल पहुंचाना है। साथ ही, आपातकालीन प्रतिक्रिया सहायता प्रणाली (ERSS-112) के माध्यम से प्राप्त किसी भी सूचना पर अब पुलिस रिस्पांस टाइम और भी कम हो जाएगा। जिला पुलिस का मानना है कि इन वाहनों के मिलने से राष्ट्रीय राजमार्ग पर होने वाले अपराधों और सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने में बड़ी सहायता मिलेगी और यात्रियों का सफर सुरक्षित होगा।