सोलन: एक समावेशी समारोह में, भारत भर के टॉप स्कूलों के प्रमुख शिक्षकों, काउंसलर और प्रिंसिपल, साथ ही शूलिनी यूनिवर्सिटी के प्रतिष्ठित फैकल्टी सदस्यों और छात्रों ने आईएमडीआरसी का दौरा किया।
आईएमडीआरसी सोलन को यह सम्मान मिला कि उन्होंने इस प्रतिष्ठित प्रतिनिधिमंडल की मेजबानी की, जिसमें 30 काउंसलर और 5 प्रिंसिपल शामिल थे। यह दौरा मस्कूलर डिस्ट्रॉफी, एक दुर्लभ और विकलांगता पैदा करने वाली बीमारी के बारे में जागरूकता बढ़ाने के हमारे प्रयासों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
दौरे के दौरान, प्रतिनिधिमंडल ने हमारी सुविधाओं का एक व्यापक दौरा किया, जिसमें हमारे मांसपेशी डिस्ट्रॉफी योद्धाओं की बहादुरी और लचीलापन को पहले हाथ से देखा। उन्होंने हमारे फिजियोथेरेपी और हाइड्रोथेरेपी केंद्रों का दौरा किया, और हमारे मस्कूलर डिस्ट्रॉफी योद्धाओं के प्रेरक बयानों से गहराई से प्रभावित हुए, जिससे वे भावुक और संवेदनशील हो गए। वे स्थितियों और फिजियोथेरेपी प्रयासों से गहराई से प्रभावित हुए, जिससे संवेदनशीलता और सहानुभूति की गहरी भावना पैदा हुई। दौरे में एक आकर्षक और इंटरैक्टिव प्रश्न-उत्तर सत्र भी शामिल था, जहां प्रतिनिधिमंडल को हमारे अध्यक्ष, संजना गोयल, और महासचिव, विपुल गोयल के साथ जुडऩे का अवसर मिला।

इस प्रभावशाली अनुभव ने एक राष्ट्रव्यापी जागरूकता अभियान के लिए आधार तैयार किया है। आने वाले स्कूल प्रिंसिपल और काउंसलर के साथ सहयोग से एक बहुस्तरीय पहल पर काम करेंगे। इसके तहतस्कूलों में प्रस्तुतियां,वेबिनार,छात्र समूह गठन व समुदाय आउटरीच कार्यक्रम होंगे।