सोलन: देश के एकमात्र राष्ट्रीय खुंब निदेशालय (डी.एम.आर.) सोलन में शनिवार को भारत रत्न डॉ. एम.एस. स्वामीनाथन कृषक अतिथि गृह का उद्घाटन डॉ. हिमांशु पाठक, सचिव डीएआरई व महानिदेशक, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली ने किया।
डॉ. हिमांशु पाठक ने डीएमआर की प्रयोगशालाओं, खुम्ब उत्पादन इकाइयों का भ्रमण किया। उन्होंने निदेशालय में हो रहे शानदार अनुसंधान कार्यों की प्रशंसा की तथा भविष्य में भी अधिक परिश्रम के साथ संस्थान को और ऊंचाईयों पर ले जाने का आह्वान किया।
ज्ञात रहे कि सोलन के चंबाघाट स्थित खुम्ब अनुसंधान निदेशालय 1983 से पूरे देश के खुम्ब उत्पादकों को अपनी सेवाएं लगातार देता रहा है। पिछले कुछ समय से खुम्ब के क्षेत्र में प्रशिक्षण हेतु बढ़ती मांग के मध्यनजर भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली द्वारा स्वीकृत कृषक अतिथि गृह बनकर तैयार हुआ है। इससे देश के विभिन्न भागों से आने वाले खुम्ब प्रशिक्षणार्थियों को ठहरने की समुचित व्यवस्था होगी।

डॉ. पाठक ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का वर्ष 2047 तक विकसित भारत बनाने के संकल्प को भी दोहराया। उन्होंने कहा कि जब तक देश की 50 प्रतिशत आबादी जो कि देश के किसान हैं उन्हें विकसित नहीं किया जाता तब तक भारत विकसित नहीं हो सकता।
उन्होंने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषदके वैज्ञानिकों, तकनीकी कार्मिकों तथा प्रशासनिक वर्ग के सभी लोगों को जो प्रत्यक्ष व परोक्ष रूप से किसानों से जुड़े हैं उन सबका आह्नान किया कि किसानों तक हर तरह की तकनीकों को पहुंचाया जाए जिससे उनका समुचित विकास हो तथा देश प्रगति के मार्ग पर आगे बढ़े। उन्होंने कहा कि यह हम सभी सौभाग्यशाली है कि सभी किसानों से जुड़े हैं तथा हमारा कार्य सीधा किसानों तक पहुंच रहा है।
उन्होंने भारत रत्न डॉ.एम.एस. स्वामीनाथन कृषक अतिथि गृह का नामकरण करने पर निदेशालय के प्रति आभार प्रकट करते हुए डॉ स्वामीनाथन के कृषि में दिए गए सहयोग एवं उल्लेखनीय कार्यों के लिए याद किया। उन्होंने खुम्ब अनुसंधान निदेशालय, चम्बाघाट, सोलन (हि.प्र.) द्वारा किसानों के लिए किए जा रहे शानदार कार्यों के लिए निदेशालय की सराहना की तथा आश्वासन दिया कि शीघ्र ही यह निदेशालय संस्थान बन जाएगा।
इस अवसर पर डॉ. सुधाकर पांडेय,सहायक महानिदेशक (बागवानी विज्ञान),आईसीएआर, नई दिल्ली उपस्थित रहे। डॉ. पांडेय ने इस अवसर पर भारत सरकार द्वारा किसानों के लिए किए जा रहे कार्यों पर भी प्रकाश डाला तथा बताया कि भारत सरकार खुम्ब उत्पादन परियोजना लगाने पर सब्सिडी के दायरे को बढ़ाने जा रही है।
इस अवसर पर निदेशालय के निदेशक डॉ. वी.पी. शर्मा ने सभी अतिथियों का स्वागत किया और निदेशालय के पिछले पांच सालों के अनुसंधान कार्यों पर अपनी प्रस्तुति दी। इस अवसर पर निदेशालय के सभी वैज्ञानिक, तकनीकी व प्रशासनिक वर्ग के सभी अधिकारी एवं कर्मचारी भी उपस्थित रहे। अंत में डॉ. बृज लाल अत्री, प्रधान वैज्ञानिक ने सभी का धन्यवाद किया।