सोलन: हिमाचल प्रदेश के सोलन जिला में एक जालसाज ने फर्जी दस्तावेज बनाकर 18.09 बीघा जमीन को बेच दी थी। पुलिस ने अब इस मामले में लगभग 13 साल से फरार चल रहे भगोड़े अपराधी को गिरफ्तार किया है। उल्लेखनीय है कि हिमाचल प्रदेश में कथित प्रॉपर्टी डीलर्स का धंधा जोरों पर है और यह कथित प्रॉपर्टी डीलर बाहरी राज्यों के लोगों से साथ-साथ स्थानीय लोगों को भी बहला फुसला कर अपना निशाना बनाते हैं। सोलन में इससे पहले भी जमीन की खरीदारी के कई मामलों में धोखाधड़ी हो चुकी है।

धोखाधड़ी के इस मामले में वर्ष 2010 में नायब तहसीलदार सोलन ने पुलिस थाना सदर सोलन में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि आरोपी मोहमद इमरान निवासी जिला सोलन ने फर्जी दस्तावेज बनाए। मोहमद इमरान ने फर्जी जमाबंदी, झूठे खाता खतोनी नंबर व पटवारी के जाली हस्ताक्षर करके उक्त जमीन की तहसील सोलन के कार्यालय में वीरेंदर चौहान निवासी चंबाघाट के नाम पर G. P. A. तैयार करवाई। बाद में मोहमद इमरान ने इस कथित जमीन को 9,20,000/- रूपए में धोखाधड़ी से बेच दिया तथा बेईमानी से 2,20,000/- हड़प लिए। इस धोखाधड़ी के मामले में पुलिस थाना सदर सोलन में मामला दर्ज था, लेकिन आरोपी वर्षों से फरार चल रहा था।
अब सोलन पुलिस ने फर्जी दस्तावेज बनाकर 18.09 बीघा जमीन बेचने के मामले में भगौड़े अपराधी 45 वर्षीय मोहमद इमरान पुत्र श्री सादिक मोहमद निवासी जाडली डाकखाना पट्टा बरोरी तहसील व जिला सोलन हिमाचल प्रदेश को कुनिहार बाज़ार से गिरफ्तार किया है। आरोपी को माननीय न्यायालय द्वारा पुलिस थाना सदर सोलन में पंजीकृत जमीन बेचने को लेकर धोखाधड़ी के मामले में भगौड़ा अपराधी घोषित किया था। मोहमद इमरान माननीय न्यायालय द्वारा बार-बार बुलाने पर भी न्यायालय में पेश नही हो रहा था। वह गिरफ्तारी से बचने के लिए बार-बार अपने ठिकाने बदल रहा था। आरोपी को माननीय न्यायालय में पेश किया गया जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। मामले में अभी भी जांच जारी है।