सोलन: ज़िला सोलन में मक्की की फसल में लगने वाले सैनिक कीट के सम्भावित नियंत्रण के लिए ज़िला व खण्ड स्तर पर नियंत्रण समिति का गठन किया गया है। यह जानकारी कृषि विभाग सोलन के उप निदेशक डॉ. देव राज कश्यप ने दी।
डॉ. देव राज कश्यप ने कहा कि यह नियंत्रण समिति किसानों को मक्की की फसल में लगने वाले सैनिक कीट की निगरानी एवं नियंत्रण में सहायता करेगी।

उन्होंने कहा कि ज़िला स्तर पर सोलन क्षेत्र के लिए ज़िला कृषि अधिकारी डॉ. अरुण कुमार के मोबाईल नम्बर 94186-13213 तथा कण्डाघाट के लिए कीट वैज्ञानिक डॉ. अनुराग शर्मा के मोबाईल नम्बर 98170-55814 व 98179-55814 पर सम्पर्क किया जा सकता है।
डॉ. देव राज कश्यप ने कहा कि खण्ड स्तरीय नियंत्रण समिति में सोलन क्षेत्र के लिए विषय विशेषज्ञ डॉ. जोगिन्द्र पाल के मोबाईल नम्बर 82197-70677 तथा कृषि विज्ञान अधिकारी डॉ. किरण कौशल के मोबाईल नम्बर 70181-83384, कण्डाघाट क्षेत्र के लिए विषय विशेषज्ञ डॉ. अंजलि के मोबाईल नम्बर 89008-36205 तथा कृषि विकास अधिकारी डॉ. तिलक राज के मोबाईल नम्बर 98161-65023 पर सम्पर्क किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि कुनिहार क्षेत्र के लिए विषय विशेषज्ञ डॉ. टेक सिंह के मोबाईल नम्बर 98160-20693, कृषि विकास अधिकारी डॉ. मनोज के मोबाईल नम्बर 70183-06808, कृषि प्रसार अधिकारी दया चंद के मोबाईल नम्बर 86270-43618 तथा कृषि प्रसार अधिकारी अमर सिंह के मोबाईल नम्बर 98160-78141 पर सम्पर्क किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि नालागढ़ क्षेत्र के लिए विषय विशेषज्ञ डॉ. संदीप गौतम के मोबाईल नम्बर 94180-44185 व 82787-30018, कृषि विकास अधिकारी डॉ. भोपाल के मोबाईल नम्बर 94180-90458 तथा कृषि प्रसार अधिकारी डॉ. अश्वनी कुमार के मोबाईल नम्बर 70189-42792 पर सम्पर्क किया जा सकता है। धर्मपुर क्षेत्र के लिए विषय विशेषज्ञ डॉ. ईशान मेहता के मोबाईल नम्बर 88943-67472, कृषि प्रसार अधिकारी डॉ. प्रवीण कुमार के मोबाईल नम्बर 96250-52136 तथा कृषि विकास अधिकारी डॉ. रमेश के मोबाईल नम्बर 94182-55588 पर सम्पर्क किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि यह समितियां ज़िला के विभिन्न स्थानों पर स्वयं सहायता समूह, पंचायतों, महिला मण्डलों, उन्नतशील किसानों, राजस्व कर्मचारियों तथा फसल बीमा योजना के कर्मचारियों के साथ शिविरों का आयोजन करेंगी। उन्होंने कहा कि इस समूचे तंत्र की निगरानी के लिए कृषि उपनिदेशक डॉ. देव राज कश्यप तथा अधीक्षक हरिन्द्र मलिक को प्राधिकृत किया गया है। उप निदेशक ने कहा कि यदि किसी किसान को मक्की की फसल में सैनिक कीट लगने की आशंका होती है तो वह क्षेत्र की गठित समितियों को सम्पर्क कर सकते हैं।