ऊना: मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के नेतृत्व में पिछले साढ़े चार वर्षों में प्रदेश में चिकित्सा क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति हुई है, जोकि स्वास्थ्य अधोसंरचना के सुधार व विकास के लिये किये गये प्रयासों का परिणाम है। यह बात आज स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. राजीव सहजल ने संतोषगढ़ में 4 करोड़ 52 लाख की लागत से निर्मित 30 बिस्तर के अस्पताल (सीएचसी) का लोकार्पण करने के उपरांत एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार के कार्यकाल में राज्य में चिकित्सा के क्षेत्र में एम्स और पीजीआई जैसे बड़े चिकित्सा संस्थानों के अलावा दूरदराज़ के क्षेत्र में बसे लोगों को भी घर-द्वार तक स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाने हेतु 108 नए चिकित्सा संस्थान खोले गए हैं तथा हर चिकित्सा संस्थान में अत्याधुनिक अधोसंरचना के सृजन के साथ-साथ 1850 चिकित्सकों के पद भी भरे गए हैं। इसके अलावा राज्य के विभिन्न चिकित्सा संस्थानों में रिक्त पड़े 300 पदों को भी शीघ्र भर दिया जाएगा।
डॉ. राजीव सहजल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्य में देश की दशा और दिशा ही बदल दी है। आज भारत की स्वच्छ राजनीति की वजह से पूरे विश्व में भारत को एक नई पहचान मिली है। उन्होंने कहा कि धन के अभाव में कोई भी गरीब चिकित्सा सुविधा से वंचित न रहे, इसके लिए केन्द्र सरकार द्वारा संचालित आयुषमान भारत योजना के तहत 4.25 लाख निर्धन परिवारों को गोल्डन कार्ड जारी किये गये हैं। इस योजना के तहत एक लाख 16 हजार लाभार्थियों का 139.13 करोड़ रूपये का निःशुल्क ईलाज किया गया। जबकि एक बड़े दिहाड़ीदार एवं मजदूर वर्ग को भी उपचार की सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से प्रदेश की जयराम सरकार ने हिमकेयर योजना संचालित की है, जिसके अन्तर्गत 5 लाख से अधिक परिवार पंजीकृत किये गये हैं।
ऊना विधानसभा क्षेत्र का जिक्र करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सतपाल सिंह सत्ती के सतत प्रयासों की बदौलत वर्तमान में यह हलका विकास की एक नई इबारत लिख रहा है। उन्होंने कहा इस विस क्षेत्र में सत्ती की विकासवादी सोच के परिणामस्वरूप आज यहां सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा, जलापूर्ति व खेल के क्षेत्रों में अभूतपूर्व विकास हुआ है और यह प्रक्रिया अब भी पूरे जोश से जारी है।
कार्यक्रम में छठे राज्य वित्तायोग के अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि संतोषगढ़ के 30 बिस्तर वाले अस्पताल का निर्माण कार्य दो वर्ष में पूरा किया गया है। उन्होंने कहा कि इस अस्पताल के निर्मित होने से संतोषगढ़ के अलावा इसके आस-पास सनोली, माजरा, खानपुर, मुलूकपुर, बीनेवाल, पूना इत्यादि के गांवों के लोगों को भी सुविधा मिलेगी। अब यहां 24 घंटे चिकित्सा सुविधा के साथ-साथ विशेषज्ञ डॉक्टरों की भी नियुक्ति की जाएगी।
सत्ती ने कहा कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में इस हलके में 1500 करोड़ रूपये की राशि के कार्य स्वीकृत हुए हैं, जिनमें से अधिकांश कार्य पूरे हो चुके है तथा शेष का कार्य अंतिम चरण में है। उन्होंने बताया कि संतोषगढ़ स्कूल के पुराने भवन को तोड़कर नए भवन के निर्माण के लिए 8.45 करोड़ रूपये का एस्टिमेट तैयार कर लिया गया है तथा शीघ्र ही मामला स्वीकृति हेतु सरकार के समक्ष रखा जाएगा। इस स्कूल भवन को बड़े ही सुनियोजित ढंग से निर्मित किया जाएगा। जिसमें विद्यार्थियों के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
इसके उपरांत स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सहजल ने क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में 1.55 करोड़ की लागत से निर्मित आवासीय भवन का लोकार्पण किया। इस भवन में टाइप 3 के 6 सैट निर्मित किये गये हैं। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री ने अस्पताल में निर्मित हो रहे मातृ-शिशु अस्पताल का भी निरीक्षण किया।
इसके उपरांत स्वास्थ्य मंत्री ने अस्पताल स्टाफ के साथ बैठक की तथा सुविधाओं के नव सृजन बारे सुझावों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि इस अस्पताल का उनका यह दूसरा विजिट है। पहला विज़िट कोविड-19 के दौरान किया था तथा उस समय की परिस्थियां भी अलग थीं। लेकिन वर्तमान में इस अस्पताल के लिए चिकित्सक, सर्जन व पैरामैडिकल स्टाफ की पर्याप्त नियुक्तियां कर दी गई हैं। उन्होंने चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की नियुक्ति आउटसोर्स आधार पर करने की बात कही।
इस अवसर पर ज़िला परिषद अध्यक्ष नीलम कुमारी, सीएमओ डॉ. मंजू बहल, भाजपा मंडलाध्यक्ष हरपाल सिंह गिल, खादी बोर्ड के निदेशक सागर दत्त भारद्वाज, कांगड़ा बैंक के निदेशक बलवंत ठाकुर, एपीएमसी के अध्यक्ष बलवीर बग्गा, ज़िला परिषद् सदस्य अशोक धीमान, एमओएच डॉ. सुखदीप सिंह सिद्धू, बीएमओ डॉ. रामपाल शर्मा, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. रमन शर्मा सहित क्षेत्र के गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।