हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश स्टेट इलेक्ट्रीसिटी बोर्ड कर्मचारी यूनियन ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मांग की है कि बिजली बोर्ड के 18 से 45 वर्ष आयु वर्ग के बिजली कर्मचारियों को भी प्राथमिकता के आधार पर कोरोना वेक्सीन लगाई जाये। यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप खरवाड़ा ने कहा है कि बिजली कर्मचारी व अभियंता राज्य में 24 घंटे विद्युत आपूर्ति बनाये रखने के लिए इस महामारी के बीच मे पूरे देश मे अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
प्रदेश में भी फील्ड में बहुत सारे बिजली कर्मचारी संक्रमित हो रहे हैं जिसमें कुछ की स्थिति तो बहुत ही गंभीर हो रही है। वहीं बिजली बोर्ड में अधिकतर लाइन व कमर्शियल तथा आउटसोर्स स्टाफ जो फील्ड में कार्यरत है, और अभी तक इनको कोरोना वैक्सीन नहीं लग पाई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा बिजली कर्मियों को कोरोना वैक्सीन की प्राथमिकता में न रखने से बिजली कर्मचारियों का मनोबल घटा है और उनमें भारी रोष है। उन्होंने कहा कि पिछले कल मुख्यमंत्री द्वारा प्रेस में दिये गए बयान में बिजली कर्मियों को वैक्सीन लगाने की प्राथमिकता में नहीं लिया है। प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि इस महामारी के दौरान बिजली आपूर्ति 24 घंटे बनाए रखना बहुत जरूरी है और ऐसी हालात में कर्मचारियों को सुरक्षा प्रदान करना राज्य सरकार की जिम्मेदारी बन जाती है।
उन्होंने कहा कि बिजली कर्मचारियों की आपातकालीन सेवाओं को देखते है के केन्द्र सरकार द्वारा राज्य सरकारों को बिजली कर्मचारियों को प्राथमिकता पर वैक्सीन लगाने के आदेश दिए हैं। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री से मांग की है कि इस महामारी के बीच केंद्र सरकार द्वारा जारी निर्देशानुसार 18 से 45 वर्ष के बिजली कर्मचारियों को प्राथमिकता के आधार पर कोरोना वैक्सीन लगवाई जाए। जिससे वह स्वस्थ रहकर प्रदेश की जनता को अपनी सेवाएं सुचारू रख सके। उन्होंने प्रबंधन वर्ग से बिजली बोर्ड के फ्रंट लाइन कर्मियों को, मास्क आदि उपलब्ध कराने की भी मांग की है।