चंडीगढ़: सेना के विशेषज्ञ प्रशिक्षकों ने हरियाणा पुलिस के कर्मियों और अधिकारियों को कमाण्डो ऑपरेशन, बम्ब निष्क्रिय और निपटान, विस्फोटक उपकरणों (आईईडीएस), छोटे हथियारों को सम्भालने, आंतकवाद विरोधी अभियान का संचालन करने और अन्य चीजों में प्रशिक्षण देना आरम्भ कर दिया है। हरियाणा के गृह विभाग के वित्तायुक्त एवं प्रधान सचिव कृष्ण मोहन ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि 40 प्रशिक्षक पहले ही पहुंच चुके हैं और उन्होंने करनाल में 500 एकड़ के विशाल मधुबन परिसर में पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षण देना आरम्भ कर दिया है। उन्हे शीघ्र ही तीन बैचों में विभाजित किया जाएगा। एक बैच मधुबन में रहेगा, दो बैचों को भोंडसी (जीजीएन) और सुनारिया प्रशिक्षण केन्द्रों में भेजा जाएगा। सेना के अधिकारी/कर्मचारी केन्द्र सरकार द्वारा निर्दिष्टï नियमों और भत्तों पर दो वर्ष की अवधि के लिए प्रतिनियुक्ति पर होंगे।
गृह सचिव ने कहा कि वर्तमान वेतन, भत्ते और अन्य पात्रता के अतिरिक्त प्रतिनियुक्ति पर सेना के प्रशिक्षकों को मूल वेतन का 20 प्रतिशत राशि प्रतिनियुक्ति भत्ता के रूप में मिलेगी। मधुबन, भोंडसी और भावी पुलिस प्रशिक्षण केन्द्र सुनारिया के सुसज्ज्ति प्रशिक्षण केन्द्रों में हरियाणा पुलिस के कर्मियों और अधिकारियों को प्रौफेशनल प्रशिक्षण देकर उनकी दक्षता को और तेज करने के दृष्टिïगत गृह विभाग ने इस उद्देश्य केलिए सेना के प्रशिक्षकों की सहायता लेने के लिए मामले को केन्द्रीय रक्षा मंत्रालय के समक्ष रखा। केन्द्रीय रक्षा मंत्रालय ने सिद्घान्त रूप में हरियाणा पुलिस अकादमी में सेना के अधिकारियों/कर्मचारियों को प्रतिनियुक्ति पर लेने के लिए गृह विभाग के प्रस्ताव को स्वीकृत प्रदान की। स्वीकृति पर तीव्रता से कार्य करने के लिए गृह विभाग ने प्रबंधों की रूपरेखा तैयार की, वित्त विभाग की सहमति प्राप्त की और अन्य कार्य संबंधी मानदण्ड निर्धारित किये। सेना प्राधिकारियों से प्रशिक्षक भेजने की सिफारिश की गई जिसमें मधुबन, भोंडसी (जीजीएन) और सुनारिया, रोहतक में आऊटडोर प्रशिक्षण प्रभारी के रूप में कैप्टन/मेजर के रैंक के तीन अधिकारी, 8 कमाण्डों प्रशिक्षक (4जेसीओज+4ओआरएस), दो बम्ब निपटान एवं आईईडी विशेषज्ञ, 8 स्माल आर्मस वेप्पन इंस्ट्रक्टरज (4जेसीओज + 4ओरएस), 8 शारीरिक प्रशिक्षण प्रशिक्षक (4जेसीओज + 4ओरएस), 8 ड्रिल इंस्ट्रक्टरज (4जेसीओज + 4ओरएस), 2 आतंकवाद विरोधी इंस्ट्रक्टरज और 4 युद्घ नीति प्रशिक्षक (2जेसीओज + 2ओरएस) शामिल हैं।