नाहन : मैला ढोने का कार्य करने वाले अथवा हाथ से गंदगी साफ करने वाले सफाई कर्मचारियों का पता लगाने और उनके कल्याण, उत्थान एवं पुनर्वास हेतु आवश्यक कदम उठाने के लिए सिरमौर जिला में सर्वाेच्च न्यायालय के आदेशों के अनुसार एक व्यापक सर्वे कार्य आरम्भ किया गया है। इस सर्वे कार्य हेतु जिला स्तर पर एक कमेटी का गठन किया गया है जिसमें जिला दंडाधिकारी सुमित खिमटा को कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया है।
जिला दंडाधिकारी सिरमौर सुमित खिमटा ने आज शनिवार को नाहन में जिला स्तरीय सर्वे कमेटी की बैठक की अध्यक्षता करते हुए बताया कि जिला में सर्वे कार्य 15 मार्च से प्रारम्भ हो गया है और 15 अप्रैल 2024 तक यह सर्वे कार्य संपन्न किया जायेगा। उन्होंने बताया कि शहरी क्षेत्रों में नगर परिषद तथा ग्रामीण क्षेत्रों में बीडीओ के माध्यम से पंचायतों द्वारा सर्वे का कार्य किया जायेगा। उन्होंने कहा कि सर्वे कार्य की सूचना शहरी और ग्रामीण स्तर तक पहुंचाने के लिए पंचायत प्रतिनिधियों तथा आंगनबाड़ी केन्द्रों को निर्देश दिए गए हैं।
सुमित खिमटा ने कहा कि यद्यपि अभी तक की जानकारी के अनुसार जिला सिरमौरा में आधुनिक शौचालयों के निर्माण के कारण अब पुराने ढंग से मैला ढोने का कोई भी मामला सामने नहीं आया है लेकिन, सेप्टिक टैंकों, शौचालयों और नालियों की सफाई के लिए अक्सर सफाई कर्मचारियों की सेवाएं ली जाती हैं। उन्होंने कहा कि अगर ये कर्मचारी अभी भी यह कार्य हाथ से कर रहे हैं तो इन्हें भी सर्वे में शामिल किया जा सकता है।
उपायुक्त ने ग्रामीण विकास, पंचायतीराज और शहरी निकाय के अधिकारियों को सर्वे के लिए सभी आवश्यक प्रबंध करने तथा इसका व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए, ताकि सभी पात्र सफाई कर्मचारी 15 अप्रैल 2024 तक अपने दावे प्रस्तुत कर सकें।
जिला कल्याण अधिकारी सिरमौर विवेक अरोड़ा ने बैठक का संचालन किया और सर्वे के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की।
जिला कार्यक्रम अधिकारी सिरमौर सुनील शर्मा, कार्यकारी अधिकारी नगर परिषद नाहन संजय तोमर के अलावा समिति के अन्य गैर सरकारी सदस्यों में हरीश कल्याण, गौतम चौहान, साहिल व अन्य सदस्य भी बैठक में शामिल रहे।