हिंदी केवल भाषा नहीं, संस्कृति की आत्मा, गुरुकुल स्कूल सोलन में गूंजे हिंदी के तराने

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By Hills Post

सोलन: गुरुकुल इंटरनेशनल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में शनिवार को हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में एक भव्य समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें पूरा विद्यालय प्रांगण हिंदीमय वातावरण से गुंजायमान हो उठा। यह समारोह 10 सितंबर से चल रहे हिंदी पखवाड़े का समापन था, जिसके अंतर्गत छात्रों ने विविध गतिविधियों में उत्साहपूर्वक भाग लिया।

शनिवार को आयोजित मुख्य समारोह में विद्यार्थियों ने कविताओं, गीतों और लघु नाटिकाओं के माध्यम से हिंदी भाषा की महत्ता और इसकी गौरवशाली परंपरा को जीवंत कर दिया। इससे पूर्व, हिंदी पखवाड़े के दौरान छात्रों ने निबंध लेखन, वाद-विवाद, भाषण, प्रश्नोत्तरी और पोस्टर निर्माण जैसी प्रतियोगिताओं में अपनी रचनात्मकता और भाषाई कौशल का शानदार परिचय दिया।

बच्चों का उत्साह हमारी संस्कृति में गहरी आस्था का प्रतीक: प्रधानाचार्या

विद्यालय की प्रधानाचार्या, डॉ. लखविंदर कौर अरोड़ा ने बच्चों की प्रस्तुतियों की सराहना करते हुए कहा कि हिंदी केवल एक भाषा नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति की आत्मा और पहचान है। बच्चों का उत्साह और उनकी सृजनात्मक अभिव्यक्ति यह दर्शाती है कि वे अपनी भाषा, संस्कृति और मूल्यों के प्रति गहरी आस्था रखते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को अपनी मातृभाषा पर गर्व करने और भविष्य में इसके संवर्धन में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया।

विद्यालय प्रबंधन ने भी आयोजन की सफलता की सराहना करते हुए कहा कि हिंदी पखवाड़े जैसी गतिविधियां विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास और भारतीय संस्कृति के संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। प्रबंधन ने कहा कि गुरुकुल का उद्देश्य केवल पाठ्यक्रम तक सीमित नहीं है, बल्कि भाषा और संस्कृति के मूल्यों को आत्मसात कर बच्चों को आदर्श नागरिक बनाना भी है।

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