सोलन: बंगलुरू में रहने वाले हिमाचली लोगों के संगठन हिमाचली-इन-बैंगलोर ने राजभवन बंगलुरु में हिमाचली संस्कृति का प्रदर्शन किया। कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। इस विशेष अवसर पर महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, गोवा, गुजरात, ओडिशा और तेलंगाना सहित कई राज्यों के सांस्कृतिक प्रतिनिधि ने भी अपनी उपस्थिति दी।

हिमाचली समुदाय ने राज्य की समृद्ध संस्कृति की जीवंत झलक प्रस्तुत की। कार्यक्रम की शुरुआत हिमाचल की विरासत, परंपराओं और प्राकृतिक सौंदर्य पर आधारित एक प्रभावशाली भाषण से हुई। इसके पश्चात टीम शान-ए-हिमाचल द्वारा पारंपरिक लोकनृत्य और टीम नमा हिल्स हार्मनी द्वारा प्रस्तुत हिमाचली लोकगीतों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। मनदीप, समीक्षा व रीना ने इन टीम का नेतृत्व किया।
राज्यपाल ने भी की कार्यक्रम की सराहना….
इस अवसर पर बोलते हुए कर्नाटक के राज्यपाल थावर चंद गहलोत ने सभी राज्यों की प्रस्तुतियों की सराहना की और इस प्रयास को संस्कृतिक एकता की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम बताया। उन्होंने विशेष रूप से हिमाचली-इन-बैंगलोर ) टीम को बधाई दी। साथ ही हिमाचल की ऊर्जावान, सजीव व समृद्ध सांस्कृतिक की प्रशंसा की। कार्यक्रम के अंत में हिमाचली-इन-बैंगलोर टीम को ‘राजभवन स्मृति चिन्ह’ और पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर हिमाचली-इन-बैंगलोर के संस्थापक दिनेश राणा, सन्नी शर्मा, अश्विनी शर्मा, अनुराग धीमान ने कर्नाटक राजभवन प्रशासन और हिमाचली समुदाय का इस सफल आयोजन के लिए आभार जताया।