मंडी : हिमाचल की नदियों में गोताखोर कभी-कभार किसी हादसा होने की सूरत मैं देखे जाते हैं लेकिन इन दिनों सतलुज नदी में गोताखोर शराब तलाश रहे हैं | इस कड़कती ठंड में इन गोताखोरों को सतलुज नदी में किसी वस्तु की तलाश की कोशिश करते देखा गया | लेकिन काफी तलाश के बाद भी एक बोतल भी मिलाने में कामयाबी नहीं मिली | उल्लेखनीय है कि गोताखोरों का हौंसला अभी टूटा नहीं है और सर्च अभियान अभी जारी रहेगा।
संभावना जताई जाती है कि हिमाचल प्रदेश में इस प्रकार से नदी में शराब की बोतलें पहले कभी नहीं तलाशी गई होंगी। आवश्यक रूप से अब आपके मन में एक सवाल उठ रहा होगा कि आखिर मामला क्या है। आपको याद होगा कि कुछ दिनो पूर्व हिमाचल प्रदेश के सुंदरनगर उपमंडल में जहरीली शराब के सेवन से 7 लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद इस मामले को लेकर पुलिस की एसआईटी तो जांच में लगी ही है, साथ ही हिमाचल प्रदेश एक्साइज विभाग भी अपने स्तर पर अवैध शराब के कारोबार पर नकेल कसने में लगा हुआा है।
बताया जाता है कि जांच के दौरान एसआईटी को जानकारी मिली है कि जहरीली शराब को पीने के बाद मरने वालों का आंकड़ा बढ़ता देख अवैध शराब के कारोबारियों ने सुंदरनगर की नहर के अतिरिक्त सतलुज नदी में भी सबूत नष्ट करने की द्रष्टि से शराब की बोतलों को फैंक दिया था। अवैध शराब के संगठित कारोबार से जुडे़ आरोपियों पर पुलिस का शिकंजा बढ़ा तो उन्होंने नहर व नदी में शराब की बोतलों को नष्ट करने की बात मानी है । अब आरोपियों की निशानदेही पर ही पुलिस ने मंगलवार को गोताखोरों की टीम को नदी में अवैध शराब की बोतलें तलाशने के लिए उतारा था।
आपको बता दें कि सुंदरनगर की बीएसएल नहर से पुलिस ने तीन बोतलें बरामद कर ली थी, जबकि कुछ बह गई थी। ऐसा भी बताया जा रहा है कि पुलिस अगले कुछ दिनों तक नहर व नदी में शराब की बोतलों को तलाशने का अभियान जारी रख सकती है। अगर बरामदगी होती है तो पुलिस के केस में ओर मजबूती आएगी। साथ ही आरोपियों को सख्त से सख्त सजा मिलने की भी उम्मीद बढ़ेगी। उधर मंडी की एसपी शालिनी अग्निहोत्री ने माना है कि सतलुज में फैंकी गई नकली शराब की बरामदगी को लेकर सर्च अभियान जारी है।