सोलन: हिमाचल प्रदेश के स्कूलों और कॉलेजों को पूरी तरह से तंबाकू मुक्त बनाने के लिए शनिवार को एक अहम कार्यशाला का आयोजन किया गया। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (SCERT) में आयोजित इस कार्यक्रम में सभी जिलों के शिक्षा अधिकारियों, डाइट प्रधानाचार्यों और नोडल अधिकारियों को खास ट्रेनिंग दी गई।
यह कार्यक्रम एनसीईआरटी (NCERT) और एससीईआरटी के राष्ट्रीय जनसंख्या शिक्षा परियोजना के तहत आयोजित किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए, एससीईआरटी की प्राचार्या प्रोफेसर रजनी सांख्यान ने कहा कि छात्रों को तंबाकू के सेवन से दूर रखना बहुत जरूरी है। उन्होंने भारत सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी और सभी अधिकारियों को अपने संस्थानों और समाज को तंबाकू मुक्त बनाने के लिए शपथ दिलाई।

इस ट्रेनिंग में दिल्ली एनसीईआरटी से डॉ. हरीश मीणा और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के डॉ. रवींद्र सिंह ने विशेषज्ञ के तौर पर अधिकारियों को संबोधित किया। उन्होंने तंबाकू के जानलेवा दुष्प्रभावों, तंबाकू नियंत्रण से जुड़े कानूनों और स्कूलों में इसे रोकने के लिए की जाने वाली गतिविधियों पर विस्तार से जानकारी दी।
कार्यशाला में इस बात पर भी चर्चा हुई कि शिक्षण संस्थान ‘तंबाकू मुक्त’ होने के मानकों का खुद मूल्यांकन कैसे कर सकते हैं। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ. त्रिवेणी शर्मा ने किया। एससीईआरटी से सुश्री वीना ठाकुर, श्रीमती सारिका तलवार, श्रीमती वंदना पंवर, डॉ. राम गोपाल शर्मा, डॉ. देवेंद्र शर्मा एवं श्री समर सिंह भी उपस्थित रहे।