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हिमाचल ने सीमेंट से सड़क निर्माण पर जौर दिया

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शिमला: हिमाचल के प्रत्येक लोक निर्माण विभाग मण्डल में कम से कम एक सीमेंट से बनीं सड़क का निर्माण किया जाएगा, जो अधिक सुदृढ़ एवं टिकाऊ होंगी। यह जानकारी आज यहां लोक निर्माण मंत्री ठाकुर गुलाब सिंह ने विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी।
ठाकुर गुलाब सिंह ने कहा कि सीमेंट से बनी सड़कें भूजल वाले क्षेत्र एवं पानी के रिसाव के भू भाग में कारगर साबित होती हैं। प्रदेश में 17 मार्गों को सीमेंट की सड़कों में तबदील किया जाएगा, जिनमें पालमपुर वृत्त में 6, सोलन वृत्त में 3, मण्डी एवं कुल्लू वृत्त में दो-दो तथा नूरपुर, ऊना, नाहन तथा एनएच वृत्त शिमला प्रत्येक में एक-एक मार्ग शामिल हैं। उन्होंने कहा कि 30 लाख रुपये की अनुमानित लागत से काला अम्ब-त्रिलोकपुर मार्ग में सीमेंट से सड़क का निर्माण कार्य पूरा किया जा चुका है। जबकि नाबार्ड की सहायता से मलोगपुर सलोली मार्ग में एक किलोमीटर के हिस्से का निर्माण कार्य भी पूरा कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि शिमला-घुमारवीं-मटौर-धर्मशाला राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर एनएच वृत्त शिमला में चमाकड़ी पुल के निकट सीमेंट से सड़क निर्माण का कार्य हाल ही में दिया जा चुका है। उन्होंने सड़क निर्माण के अनुमानों को शीघ्र स्वीकृत करने एवं कार्यों के शीघ्र कार्यान्वयन पर बल दिया। उन्होंने कहा कि इससे कार्य में तेजी के साथ-साथ बेहतर परिणाम देखने को मिलेंगे।
उन्होंने कहा कि सीमेंट से बनने वाली सड़कों के निर्माण के लिए धन की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने स्वयं सीमेंट से बनी सड़कों के निर्माण को प्राथमिकता दी है, क्योंकि ऐसी सड़कें टिकाऊ और सुदृढत्र होती हैं। उन्होंने कहा कि सीमेंट से बनी सड़कों का निर्माण उन मार्गों पर सुनिश्चित बनाया जाएगा, जहां परिवहन का अधिक दबाव रहता हैं। उन्होंने कुछ कार्य विभागीय स्तर पर संचालित करने की आवश्यकता पर भी बल दिया ताकि अनुबंध प्रबन्धन प्रणाली के माध्यम से अन्य ठेकेदारों के लिए भी यह एक आदर्श उदाहरण प्रस्तुत कर सकें। उन्होंने कहा कि धर्मशाला स्थित तपोवन में विधानसभा तक जाने वाले सम्पर्क मार्ग और धर्मशाला स्थित क्रिकेट स्टेडियम के मार्ग को भी सीमेंट से तैयार किया जाएगा।
प्रधान सचिव लोक निर्माण विभाग डा. पी.सी. कपूर, इंजीनियर-इन-चीफ श्री अरूण महाजन, चीफ इंजीनियर श्री प्रदीप चैहान तथा विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में उपस्थित थे।

शिमला: हिमाचल के प्रत्येक लोक निर्माण विभाग मण्डल में कम से कम एक सीमेंट से बनीं सड़क का निर्माण किया जाएगा, जो अधिक सुदृढ़ एवं टिकाऊ होंगी। यह जानकारी आज यहां लोक निर्माण मंत्री ठाकुर गुलाब सिंह ने विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। ठाकुर गुलाब सिंह ने कहा कि सीमेंट से बनी सड़कें भूजल वाले क्षेत्र एवं पानी के रिसाव के भू भाग में कारगर साबित होती हैं। प्रदेश में 17 मार्गों को सीमेंट की सड़कों में तबदील किया जाएगा, जिनमें पालमपुर वृत्त में 6, सोलन वृत्त में 3, मण्डी एवं कुल्लू वृत्त में दो-दो तथा नूरपुर, ऊना, नाहन तथा एनएच वृत्त शिमला प्रत्येक में एक-एक मार्ग शामिल हैं। उन्होंने कहा कि 30 लाख रुपये की अनुमानित लागत से काला अम्ब-त्रिलोकपुर मार्ग में सीमेंट से सड़क का निर्माण कार्य पूरा किया जा चुका है। जबकि नाबार्ड की सहायता से मलोगपुर सलोली मार्ग में एक किलोमीटर के हिस्से का निर्माण कार्य भी पूरा कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि शिमला-घुमारवीं-मटौर-धर्मशाला राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर एनएच वृत्त शिमला में चमाकड़ी पुल के निकट सीमेंट से सड़क निर्माण का कार्य हाल ही में दिया जा चुका है। उन्होंने सड़क निर्माण के अनुमानों को शीघ्र स्वीकृत करने एवं कार्यों के शीघ्र कार्यान्वयन पर बल दिया। उन्होंने कहा कि इससे कार्य में तेजी के साथ-साथ बेहतर परिणाम देखने को मिलेंगे। उन्होंने कहा कि सीमेंट से बनने वाली सड़कों के निर्माण के लिए धन की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने स्वयं सीमेंट से बनी सड़कों के निर्माण को प्राथमिकता दी है, क्योंकि ऐसी सड़कें टिकाऊ और सुदृढत्र होती हैं। उन्होंने कहा कि सीमेंट से बनी सड़कों का निर्माण उन मार्गों पर सुनिश्चित बनाया जाएगा, जहां परिवहन का अधिक दबाव रहता हैं। उन्होंने कुछ कार्य विभागीय स्तर पर संचालित करने की आवश्यकता पर भी बल दिया ताकि अनुबंध प्रबन्धन प्रणाली के माध्यम से अन्य ठेकेदारों के लिए भी यह एक आदर्श उदाहरण प्रस्तुत कर सकें। उन्होंने कहा कि धर्मशाला स्थित तपोवन में विधानसभा तक जाने वाले सम्पर्क मार्ग और धर्मशाला स्थित क्रिकेट स्टेडियम के मार्ग को भी सीमेंट से तैयार किया जाएगा। प्रधान सचिव लोक निर्माण विभाग डा. पी.सी. कपूर, इंजीनियर-इन-चीफ श्री अरूण महाजन, चीफ इंजीनियर श्री प्रदीप चैहान तथा विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में उपस्थित थे।