ज्वालामुखी: शिक्षा खण्ड देहरा व रक्कड़ की सीटू से संम्बधित हिमाचल प्रदेश मिड डे मील वर्करज़ यूनियन का सम्मेलन गीता भवन ज्वालामुखी में सीटू के जिला सचिव अशोक कटोच व जिला कमेटी सदस्य कामरेड दर्शन सिंह के मार्गदर्शन में सम्पन्न हुआ। सम्मेलन में दोनो ब्लाकों के 100 से अधिक सदस्यों ने भाग लिया, सम्मेलन की अध्यक्षता सुदेश कुमारी ने की। सम्मेलन में प्रस्ताव पारित कर यूनियन ने सरकार से मांग की है कि बच्चों की संख्या को आधार बना कर मिड डे मील वर्करों की छंटनी तत्काल रोकने के आदेश जारी किए जाए। केंद्र सरकार द्वारा घोषित मानदेय 1000 रूपये मासिक 1 दिस बर 2010 से लागू किया जाए, एरियर सहित भुगतान किया जाए। यूनियन ने सभी मिड-डे मील वर्करों को प्रदेश सरकार द्वारा घोषित न्यूनतम दिहाड़ी पर वेतन देने, छुट्टियों के कार्यकाल का वेतन देने, कैजुअल छुट्टियों व दूसरी छुट्टियां वेतन सहित देने, सम्बधी की वरिष्ठता सूची बनाने, छंटनी किए गए मिड-डे मील वर्करों को बहाल करने की मांग स मेलन के माध्यम से उठाई। सम्मेलन में दोनों व्लाकों की कमेटियों का गठन किया। देहरा व्लाक में प्रधान सुदेश, सचिव संजीव कुमार व खजांची पुष्पा देवी को चुना गया, जबकि रक्कड़ व्लाक की प्रधान सुर्दशना, सचिव जुलफा देवी व खजांची मनसा देवी को चुना गया। सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए सीटू जिला सचिव अशोक कटोच ने प्रदेश सरकार पर मजदूर विरोधी नितियां अपनाने का आरोप लगाया और कहा कि प्रदेश सरकार जानबूझ कर मिड-डे मील वर्करों की अनदेखी कर रही है, जिसे सहन नहीं किया जा सकता है। उन्होंने चेतावनी दी की अगर सरकार ने जूनियर द्वारा उठाई गई मांगो पर सकारात्मक कार्यवाही न की तो आने वाले दिनों में मिड-डे मील वर्कर सरकार के खिलाफ आन्दोलन को बाध्य होंगे। उन्होंने मजदूरों को संगठित होकर संघर्ष के जरिए सरकार से अपनी मांगे मनवाने का आहवान किया।