शिमला: हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक देश का ऐसा पहला सहकारी बैंक बन गया है जो अपने उपभोक्ताओं को मूलभूत बैंकिंग सुविधाएं प्रदान कर रहा है। गत सायं यहां बैंक के लाभांश प्रस्तुतिकरण समारोह के दौरान मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने यह जानकारी दी। इस मौके पर बैंक के अध्यक्ष श्री चन्द्रमोहन ठाकुर और महाप्रबन्धक श्री अमित कश्यप ने वर्ष 2009-10 के लिए 57 लाख रुपये का लाभांश ड्राफ्ट मुख्यमंत्री को भेंट किया।
मुख्यमंत्री ने हि.प्र.राज्य सहकारी बैंक की इस उपलब्धि के लिए बैंक के निदेशक मण्डल को बधाई दी। उन्होंने हिमाचल के उद्यमियों को उदार ऋण प्रदान करने में बैंक की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि इससे जहां लोगों को स्वरोजगार मिला है वहीं युवा वर्ग को रोज़गार के अवसर भी मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि आधुनिक बैंकिंग प्रणाली की दिशा में बैंक के प्रयास सराहनीय हैं और यह बैंक समय की मांग के अनुरूप उपभोक्ताओं को ई-बैंकिंग की सुविधा भी दे रहा है। इसके अलावा उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए यह बैंक विभिन्न स्थानों पर एटीएम की सुविधा भी उपलब्ध करवा रहा है। इस बैंक का नेटवर्क लगातार बढ़ रहा है और प्रदेश भर में इसकी 175 शाखाएं कार्य कर रही हैं। फल एवं सब्जी उत्पादकों की आवश्कताओं को ध्यान में रखते हुए दिल्ली की आजादपुर मण्डी में भी बैंक की एक शाखा खोली गई है। उन्होंने कहा कि विकासात्मक एवं औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा देने में बैंकों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
प्रो. धूमल ने कहा कि उपभोक्ताओं को बेहतर मोबाइल सुविधाएं प्रदान करने की आवश्यकता है ताकि व्यवसाय में वृद्धि के साथ-साथ खाताधारक कहीं से भी बैंक की सुविधाओं का लाभ उठा सकें। ऐसे प्रयासों से स्थानीय युवाओं को रोज़गार के अवसर भी प्राप्त होंगे।
उन्होंने 31 मार्च, 2010 को समाप्त हुए वित्त वर्ष के दौरान रिकार्ड 82 करोड़ रुपये का लाभ कमाने के लिए राज्य सहकारी बैंक के निदेशक मंडल को बधाई दी। बैंक ने पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले 19 करोड़ रुपये अधिक मुनाफा कमाया है तथा गैर-उत्पादक परिसम्पत्तियों में भी कमी आई है जो 15 प्रतिशत से घटककर 9 प्रतिशत रह गई है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि आगामी वर्षांे में बैंक और अधिक लाभ कमाने की दिशा में आगे बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत एवं कम्पनियों को दिए गए ऋणों की वसूली के लिए प्रयास तेज़ करने की आवश्यकता है।
प्रो. धूमल ने सलाह दी कि बैंक के व्यवसाय में वृद्धि के लिए प्रदेश के लोगों को और अधिक ऋण प्रदान किए जाएं जिससे बैंक को और अधिक ब्याज मिलने के साथ-साथ शिक्षित बेरोजगार युवाओं को भी व्यवसाय अपनाने में सुविधा मिलेगी। उन्होंने संयुक्त उत्तरदायित्व समूह की अवधारणा की सराहना करते हुए कहा कि इससे युवाओं को व्यापक स्तर पर स्वरोजगार के अवसर मिलेंगे। उन्होंने इस बात पर भी बल दिया कि अपने व्यवसाय में बढ़ौतरी के लिए बैंक अपनी गतिविधियों में इज़ाफा करे।
बैंक के अध्यक्ष श्री चन्द्रमोहन ठाकुर ने बैंक के संरक्षण के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2010-11 में बैंक का वार्षिक कारोबार 7000 करोड़ रुपये से अधिक हुआ और प्रत्येक वर्ष लाभ भी बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए ई-बैंकिंग और मोबाईल बैंकिंग जैसी आधुनिक सेवाएं प्रदान की जा रही हैं तथा 27 एटीएम स्थापित किए जा चुके हैं जबकि 50 और शीघ्र स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जल विद्युत, पर्यटन एवं कृषि परियोजनाओं के लिए उदार ऋण की सुविधा दी जा रही है। इसके इलावा स्वयं सहायता समूहों, संयुक्त उत्तरदायित्व समूहों व अन्य प्रमुख क्षेत्रों के लिए भी उदार ऋण उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सहकारी बैंक न्यूनतम ब्याज दरों पर किसानों को ऋण की सुविधा उपलब्ध करवा रहा है।