शिमला : हिमाचल प्रदेश के स्कूलों में मिड डे मील वर्करों को अब ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने से छूट मिल गई है। शिक्षा निदेशालय द्वारा जारी एक आदेश में स्पष्ट किया गया है कि मिड डे मील (MDM) वर्करों को ऑनलाइन या “स्विफ्ट चैट” के माध्यम से हाजिरी लगाने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा।
शिक्षा निदेशक अशीष कोहली (IAS) द्वारा जारी निर्देश में कहा गया है कि मिड डे मील वर्कर्स यूनियन (सीटू से संबद्ध) की शिकायत पर यह फैसला लिया गया है। यूनियन ने 21 मई 2025 को पत्र भेजकर कहा था कि स्कूल प्रशासन द्वारा वर्करों को सुबह 9:30 बजे बुलाया जा रहा है, जबकि खाना दोपहर में परोसा जाता है और उसे गरमागरम परोसना होता है। ऐसे में उन्हें सुबह बहुत पहले बुलाना अनुचित है।

निर्देश में कहा गया है कि मिड डे मील वर्कर अपनी उपस्थिति नियमित रूप से उपस्थिति रजिस्टर में ही दर्ज करें, न कि किसी डिजिटल माध्यम से। सभी उप-निदेशकों (प्रारंभिक और उच्च शिक्षा) को यह निर्देश भेज दिया गया है ताकि इसे जिलों में लागू किया जा सके और फील्ड स्तर के सभी अधिकारियों को अवगत करवाया जा सके।
यह निर्णय वर्करों के हितों की रक्षा की दिशा में एक सराहनीय कदम माना जा रहा है। इससे ना केवल उनकी कार्यशैली में स्पष्टता आएगी, बल्कि डिजिटल प्रणाली से जुड़ी तकनीकी कठिनाइयों से भी राहत मिलेगी।