ज्वालामुखी: प्रदेश में जलविद्युत दोहन की अपार क्षमता को मध्यनजऱ रखते हुए राज्य में दो हाइड्रोपावर इंजीनियरिंग कॉलेज जिला शिमला और बिलासपुर में खोले जाएंगे, ताकि विद्युत परियोजनाओं की आवश्यकतानुसार कुशल इंजीनियर राज्य में ही उपलब्ध हो सकें।
यह जानकारी सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री श्री रविन्द्र सिंह रवि ने मंगलवार को देहरा के समीप राजकीय महाविद्यालय ढलियारा के वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह के उपलक्ष्य पर बतौर मुयातिथि उपस्थित लोगों को सबोधित करते हुए दी।
उन्होंने कहा कि इन हाइड्रोपावर इंजीनियरिंग कॉलेज स्थापित के लिये प्रतिष्ठित हाइड्रो कपनियों एसजेवीएनएल, एनएचपीसी और एनटीपीसी का सहयोग लिया जा रहा है। जिससे प्रदेश के युवाओं को राज्य में ही इंजीनियरिंग करने का एक और बेहतर अवसर प्राप्त होगा।
श्री रवि ने बताया कि प्रदेश के युवाओं को उच्च स्तरीय एवं गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने के लिये गत तीन वर्षों में प्रदेश में 10 विश्वविद्यालय निजी क्षेत्र तथा एक तकनीकी विश्वविद्यालय सरकारी क्षेत्र में खोले गये हैं। जबकि सोलन जिला के कालूझण्डा में अटल शिक्षाकुंज की स्थापना की गई है, जहां अन्तर्राष्ट्रीय याति प्राप्त शिक्षण संस्थान स्थापित किये जा रहे हैं।
उन्होंने पर्यावरण संरक्षण पर विशेष बल देते हुए कहा कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में पर्यावरण एवं जल संरक्षण करना समय की आवश्यकता बन गई है, जिसमें शिक्षण संस्थानों को भी शामिल किया गया है तथा स्कूलों में नौ सूत्रीय पर्यावरण संरक्षण चार्टर तैयार किया गया है ताकि यह संदेश स्कूली बच्चों के माध्यम से आम व्यक्ति तक पहुंच सके।
सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि स्कूलों में बेहतर पेयजल व्यवस्था के लिये जलमणि कार्यक्रम चलाया गया है तथा बच्चों को शुद्घ पेयजल उपलब्ध करवाने के लिये स्कूलों में एक्वागार्ड स्थापित किये जा रहे हैं। उन्होंने जानकारी दी कि देहरा क्षेत्र की जसवां परागपुर के 96 गांवों के लिये 40 करोड़ रूपये की एक महत्वकांक्षी योजना कार्यान्वित की जा रही है, जिससे इन क्षेत्रों की पेयजल समस्या का स्थाई समाधान हो जाएगा।
श्री रविन्द्र रवि ने कॉलेज के विद्यार्थियों का आह्वान किया कि विद्यार्थी जीवन बच्चों के लिये अपने भविष्य का लक्ष्य निर्धारित करने एवं सार्थक बनाने में सर्वाधिक उपयोगी होता है और इस अमूल्य समय को अपनी शिक्षा ग्रहण करने के साथ-साथ व्यवहारिक जीवन में भी शामिल करें, ताकी वह शिक्षा ग्रहण करने के उपरान्त समाज और राष्ट्र के सच्चे नागरिक सिद्घ हो सकते हैं।
मंत्री ने कॉलेज की चारदीवारी के लिये दो लाख रूपये तथा सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिये अपनी ऐच्छिक निधि से 11 हजार रूपये देने की घोषणा की। इस अवसर उन्होंने गत शैक्षणिक सत्र के दौरान विभिन्न गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया। उन्होंने ढलियारा से कालेज तक सड़क की मुरमत के लिये सबन्धित विभाग को निर्देश दिये।
कालेज के प्रधानाचार्य आरपी जिन्दल ने मुयातिथि का स्वागत करते हुए वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की तथा पूर्व विधायक नवीन धीमान और कॉलेज पीटीए समिति के प्रधान जगदीप डढवाल ने भी अपने विचार रखे।