नाहन: औद्योगिक क्षेत्र कालाअंब-त्रिलोकपुर मार्ग पर स्थित गत्ता फैक्टरी में आग लगने से करोडों का नुकसान हो गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार शिवालिक कंटेनरस प्राइवेट लिमिटेड उद्योग में गुरूवार सुबह करीब साढे पांच बजे के करीब लगी, आग इतनी फैल गई कि फैक्टरी में रखा तैयार माल व कच्चा माल के समेत लगभग करोडों रूपए की मशीनरी भी स्वाह हो गई। हालांकि घटना के दौरान कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है, मगर गत्ता निर्माता शिवालिक कंटेनरस प्राइवेट लिमिटेड फैक्टरी को करोडों रूपयों की चपत लगी है। फैक्टरी प्रबंधन का दावा है कि आगजनी से लगभग 10 से 12 करोड रूपए का नुकसान हुआ है। गुरूवार सुबह घटना की सूचना मिलते ही जिला उपायुक्त पदम सिंह चैहान, एसडीएम विरेंद्र कंवर व पुलिस अधीक्षक पुनीता भारद्वाज ने भी घटना स्थल का दौरा किया। हैरानी की बात तो यह है कि अभी तक आग लगने के कारण का उद्योग प्रबंधन को भी पता नहीं चल पाया है जिस लेकर सभी हैरत में है। गौर हो कि आग पर काबू पाने के लिए प्रबंधन द्वारा नाहन के साथ-साथ हरियाणा से फायर बिग्र्रेड की गाडियां मंगवानी पडी, जिन्होंने आग पर काबू पाने की कोशिश की।
गौर हो कि प्रदेश के इस अग्रणी औद्योगिक क्षेत्र में अभी तक अग्निशमन विभाग का कार्यालय नहीं खुल पाया है, जबकि यहां के उद्योगपति कई बार राज्य सरकार के समक्ष इसकी मांग रख चुके है, मगर राज्य सरकार इस मांग को पूरा करने में अभी तक नाकाम साबित रही है। जब कभी भी औद्योगिक क्षेत्र में आगजनी की घटना होती है तो हरियाणा, चंडीगढ व जिला मुख्यालय नाहन से अग्निशमन वाहनों को मंगवाना पडता है, जिन्हें यहां पहंुचने में काफी समय लग जाता है। गौरतलब है कि कुछ माह पूर्व प्रदेश के मुख्यमंत्री ने अपने इस औद्योगिक क्षेत्र के दौरे के दौरान कालाअंब में फायर बिग्रेड कार्यालय खोलने की घोषणा की थी, मगर अभी तक यह घोषणा मात्र घोषणा बन कर रह गई है जिसे लेकर यहां के उद्योगपतियों खासे परेशान है। ज्ञात रहे कि औद्योगिक क्षेत्र कालाअंब में यह आगजनी की यह पहली घटना नहीं है इससे पूर्व भी कई उद्योग आग की भेंट चढ चुकी है, जिससे अरबों का नुकसान उद्योगतियों को उठाना पडा है। उधर फैक्टरी प्रबंधन का कहना है कि उद्योग में आग लगने का कोई पता नहीं चला है लेकिन आगजनी से लगभग 10 से 12 करोड रूपए का नुकसान हुआ है। घटना स्थल पर मौजूद थाना प्रभारी नाहन गुरूबक्श सिंह ने घटना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस को सुबह साढे पांच बजे प्रबंधन द्वारा सूचित किया गया, जिस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने नाहन फायर बिग्रेड को सूचित किया व खुद भी पुलिस घटना स्थल पर पहंुची व मामले की छानबीन की।
उन्होंने कहा कि घटना पर पुलिस के लगभग 15-20 जवान मौजूद थे। उन्होंने कहा कि इस घटना में कोई भी जानी नुकसान नहीं हुआ है। इस बारे में घटना का दौरा कर चुके एसडीएम विरेंद्र कंवर ने बताया कि फैक्टरी प्रबंधन द्वारा 8 करोड का नुकसान आंका गया है लेकिन अग्निशमन विभाग के कर्मचारी की रिपोर्ट के बाद ही नुकसान का सही अंदाजा लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह सही है कि फैक्टरी को भारी नुकसान हुआ है।