नाहन : मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में हिमाचल प्रदेश सरकार सभी वर्गों के कल्याण को प्राथमिकता देते हुए प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने की दिशा में ठोस कदम उठा रही है। इसी कड़ी में, जिला सिरमौर में 15 मई से 25 मई 2025 तक नाहन और पांवटा साहिब में प्राकृतिक खेती से उत्पादित गेहूं व हल्दी की खरीद सरकारी दरों पर की जा रही है।
परियोजना निदेशक (आतमा) सिरमौर, साहब सिंह ने जानकारी दी कि सरकार द्वारा गेहूं का समर्थन मूल्य 60 रुपये प्रति किलो, मक्की का 40 रुपये और हल्दी का 90 रुपये प्रति किलो तय किया गया है। इसके साथ ही किसानों को 2 रुपये प्रति किलो के हिसाब से भाड़ा भी प्रदान किया जा रहा है। इस वर्ष जिला सिरमौर में 275 क्विंटल गेहूं और 25 क्विंटल हल्दी खरीदने का लक्ष्य रखा गया है। अभी तक 42 किसानों से 178 क्विंटल गेहूं और 8 किसानों से 20 क्विंटल हल्दी की खरीद की जा चुकी है।

खदरी गांव के किसान रवि कुमार, जो 2021 से प्राकृतिक खेती कर रहे हैं, ने बताया कि उन्होंने 2 बीघा भूमि में गेहूं की खेती की, जिससे 8 क्विंटल गेहूं का उत्पादन हुआ। उन्होंने 5 क्विंटल गेहूं खरीद केंद्र में 60 रुपये प्रति किलो की दर से बेचा, साथ ही उन्हें 2 रुपये प्रति किलो का भाड़ा भी मिला। वह इस वर्ष 3 क्विंटल हल्दी की खेती करने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं। रवि कुमार ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया है।
इसी तरह सकारडी गांव के बलिन्दर सिंह, जो 2019 से प्राकृतिक खेती कर रहे हैं, ने इस वर्ष 2 क्विंटल गेहूं सरकारी खरीद केंद्र में बेचा है। उनका लक्ष्य इस सीजन में 5-6 बीघा भूमि में मक्की की बिजाई करने का है। उन्होंने समर्थन मूल्य के लिए प्रदेश सरकार का आभार जताया है। बलिन्दर सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार की इस पहल से किसानों को आर्थिक मजबूती मिल रही है और हिमाचल को आत्मनिर्भर बनाने के संकल्प को नई दिशा मिल रही है।