हिमाचल विधानसभा में उठा ऊना कॉलेज परीक्षा घोटाला, शिक्षा मंत्री ने दिए सख्त कार्रवाई के संकेत

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By पंकज जयसवाल

शिमला : हिमाचल प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र में आज राजकीय महाविद्यालय ऊना में सामने आए परीक्षा घोटाले का मुद्दा जोरदार ढंग से उठा। विधायक श्री सतपाल सिंह सत्ती द्वारा पूछे गए तारांकित प्रश्न के जवाब में शिक्षा मंत्री ने पूरे प्रकरण का विस्तृत ब्यौरा सदन के समक्ष रखा।

शिक्षा मंत्री ने बताया कि जून 2025 में MA (English) MENG-101 विषय की विश्वविद्यालय को भेजी गई उत्तर पुस्तिकाओं में गंभीर अनियमितता पाई गई। एक ही रोल नंबर पर दो कॉपियां, एक रेगुलर और एक री-अपियर के रूप में विश्वविद्यालय को प्राप्त हुईं, जिससे धोखाधड़ी का मामला उजागर हुआ। विश्वविद्यालय द्वारा की गई प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ कि यह काम छात्र व सेंटर कर्मचारी की मिलीभगत से किया गया।

मामले में जिन व्यक्तियों के नाम सामने आए हैं उनमें छात्र मयंक खन्ना (निवासी: एमसी पार्क के सामने, ऊना) और सेंटर क्लर्क राजेंद्र सिंह (निवासी: मलाहत, ऊना) शामिल हैं। शिक्षा मंत्री ने बताया कि दोनों की भूमिका संदिग्ध पाए जाने पर तुरंत कड़ी कार्रवाई की गई।

विश्वविद्यालय ने छात्र मयंक खन्ना का MENG-101 का परिणाम रद्द कर दिया है तथा उसे एक वर्ष तक परीक्षा में बैठने से रोक दिया गया है। वहीं, सेंटर क्लर्क राजेंद्र सिंह को भविष्य में किसी भी परीक्षा ड्यूटी पर न लगाने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। इसके साथ ही 20 नवंबर 2025 को विभागीय जांच सुनिश्चित करने के लिए जांच अधिकारी की नियुक्ति भी कर दी गई है।

शिक्षा मंत्री ने सदन को यह भी अवगत कराया कि मामले में अब कानूनी कार्रवाई भी शुरू हो चुकी है। आरोपी छात्र मयंक खन्ना और राजेंद्र सिंह के विरुद्ध 24 नवंबर 2025 को SHO ऊना द्वारा FIR दर्ज की गई है। पुलिस ने मामले की जांच प्रारंभ कर दी है और आगे की कार्रवाई नियमानुसार होगी।

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पंकज जयसवाल

पंकज जयसवाल, हिल्स पोस्ट मीडिया में न्यूज़ रिपोर्टर के तौर पर खबरों को कवर करते हैं। उन्हें पत्रकारिता में करीब 2 वर्षों का अनुभव है। इससे पहले वह समाज सेवी संगठनों से जुड़े रहे हैं और हजारों युवाओं को कंप्यूटर की शिक्षा देने के साथ साथ रोजगार दिलवाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है।