शिमला: राज्य में हर्बल खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार लोगों व समितियों को तकनीकी सहायता उपलब्ध करवाएगी। यह जानकारी मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने आज हमीरपुर में जिला स्तरीय हमीर हर्बल सहकारी संघ की बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मनरेगा के तहत राज्य में हर्बल खेती को विकसित किया जाएगा, जिसके लिए प्रदेश के उद्यान, कृषि एवं आयुर्वेद विभाग लोगों की सहायता करेंगे। उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों में पानी की कमी तथा जंगली जानवरों का उत्पात है, वहां लोगों को वैकल्पिक खेती के तरीके तलाशने चाहिए। उन्होंने लोगों से भौगोलिक परिस्थितियों के अनुसार कृषि कार्य करने तथा जैविक कृषि तकनीक को अपनाने पर बल दिया।
कांगड़ा केन्द्रीय सहकारी बैंक एवं जिला स्तरीय हमीर हर्बल सहकारी संघ के अध्यक्ष श्री रसील सिंह मनकोटिया ने कहा कि जिले में 24 हर्बल सहकारी सभाएं कार्यरत हैं। इन सभाओं के 500 सदस्यों द्वारा प्रायोगिक तौर पर 1000 कनाल क्षेत्र में एलोवेरा की खेती आरंभ करने जा रही है।
बैठक में, उद्यान विभाग के निदेशक श्री गुरुदेव सिंह, उपायुक्त श्री अभिषेक जैन सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।