धर्मशाला: प्रदेश सरकार लोगों को स्वच्छ व शुद्घ पेयजल प्रदान करने के लिये वचनबद्घ है तथा चालू वित्त वर्ष के दौरान प्रदेश की 1000 पंचायतों वाटर टैस्टिंग किटें उपलब्ध करवाई जाएंगी। जबकि 600 पंचायतों में पहले उपलब्ध करवा दी गई हैं और इसी तरह चरणबद्घ तरीके से अन्य पंचायतों में भी वाटर टैस्टिंग सुविधा उपलब्ध करवा दी जाएगी।
यह जानकारी सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री श्री रविन्द्र रवि ने आज यहां मिनी सचिवालय में देते हुए कहा कि सरकार द्वारा राज्य की प्रत्येक पंचायत के पांच सदस्यों को जल परीक्षण की टे्रनिंग दी गई है ताकि यह सदस्य अपनी पंचायत की पेयजल योजनाओं में उपलब्ध करवाये जा रहे जल की गुणवत्ता की जांच कर सकें और लोगों को शुद्घ पेयजल उपलब्ध हो सके। उन्होंने बताया कि प्रदेश में सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग के पास कुल 16 जल परीक्षण प्रयोगशालाएं कार्यरत हैं जिनमें से चार प्रयोगशालाएं कांगड़ा जिला में कार्यरत हैं।
श्री रवि ने लोगों का आह्वान किया कि वह बरसात के मौसम में पानी को उबालकर पिएं अथवा फिल्टर इत्यादि का इस्तेमाल करें और अपने घरों में लगे पानी के भण्डारण टैंकों की सफाई तथा क्लोरिनेशन समय-समय पर करें। इसके अतिरिक्त बरसात को मध्यनजऱ रखते हुए अपने आस-पास के क्षेत्रों में स्वच्छता बनाये रखें, गंदे पानी को खुले में एकत्रित न होने दें ताकि मच्छर एवं अन्य किसी प्रकार की जलजनित बीमारी फैलने की कोई संभावना उत्पन्न न हो।