नाहन : हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं रेणुका विधायक विनय कुमार आज प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार राजगढ़ पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पच्छाद क्षेत्र के कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित किया और अपने राजनीतिक सफर को साझा किया। उन्होंने कहा कि कभी कांग्रेस का टिकट पाने के लिए संघर्ष करने वाला आज संगठन की ओर से टिकट तय करने की जिम्मेदारी निभा रहा है, जो कार्यकर्ताओं और नेतृत्व के भरोसे का परिणाम है।
राजगढ़ पहुंचने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विनय कुमार का गर्मजोशी से स्वागत किया। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने बताया कि राजनीति के शुरुआती दौर में उन्हें टिकट के लिए वरिष्ठ नेताओं से सिफारिश करवानी पड़ी थी, लेकिन आज पार्टी ने उन्हें संगठन और टिकट वितरण की अहम जिम्मेदारी सौंपी है। उन्होंने इसे अपने लिए सम्मान के साथ-साथ बड़ी जिम्मेदारी भी बताया।

विनय कुमार ने कहा कि सिरमौर जिले से डॉ. वाई.एस. परमार के बाद वे दूसरे ऐसे नेता हैं जिन्हें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनने का अवसर मिला है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह किसी से तुलना का विषय नहीं है, बल्कि संगठन द्वारा उन पर जताए गए विश्वास की अभिव्यक्ति है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी का लक्ष्य वर्ष 2027 में प्रदेश में दोबारा सरकार बनाना है। इसके लिए बूथ स्तर तक संगठन को मजबूत किया जाएगा और जमीनी कार्यकर्ताओं को प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि जहां-जहां कांग्रेस विपक्ष में है, विशेषकर प्रदेश के 28 विधानसभा क्षेत्रों में, वहां सबसे पहले संगठन को सशक्त किया जाएगा।
ऑपरेशन लोटस का जिक्र करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा की ओर से मिले तमाम प्रलोभनों के बावजूद उन्होंने अपने सिद्धांतों और विचारधारा से समझौता नहीं किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की विचारधारा ही उनकी ताकत है और उसी के बल पर वे आगे बढ़े हैं।
विनय कुमार ने जानकारी दी कि जल्द ही जिला और ब्लॉक स्तर पर संगठन की ताजपोशी की जाएगी, जिसके बाद प्रदेश कांग्रेस की राज्य कार्यकारिणी का गठन किया जाएगा। उन्होंने भरोसा जताया कि संगठित और मजबूत ढांचा ही 2027 की जीत की नींव बनेगा।
उन्होंने कहा कि पच्छाद क्षेत्र हमेशा से कांग्रेस का मजबूत गढ़ रहा है और सभी कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर इसे फिर से पहले जैसी मजबूती देने की जरूरत है। उन्होंने विश्वास जताया कि 2027 में यहां कांग्रेस का परचम दोबारा लहराएगा।
कार्यक्रम में पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष दयाल प्यारी सहित कई वरिष्ठ कांग्रेस नेता और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे। सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने एकजुट होकर संगठन को मजबूत करने और आगामी चुनावों में कांग्रेस को जीत दिलाने का संकल्प लिया।
राजगढ़ से कांग्रेस संगठन को लेकर शुरू हुई यह राजनीतिक कवायद आने वाले समय में प्रदेश की राजनीति को नई दिशा दे सकती है। अब देखना होगा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष विनय कुमार का यह संगठनात्मक रोडमैप 2027 के विधानसभा चुनावों में कितना असर दिखाता है।