ऊना: जिला ऊना में किसानों को उन्नत किस्म के मक्की, बाजरा, चरी सहित सब्जियों के बीज अनुदान पर उपलब्ध करवाए जा रहे हैं, ताकि किसानों को कम लागत पर अधिक पैदावार हो सके। इसके अलावा फसलों के लिए बीमा योजनाओं को भी क्रियान्वित किया जा रहा है ताकि फसलों को नुकसान होने पर भी किसानों पर किसी प्रकार का संकट न आए।कृषि प्रसार अधिकारी राजा राम शर्मा ने बताया कि सरकार की उत्तम चारा उत्पादन योजना के तहत चारा उत्पादन बीज जैसे चरी व बाजरा किसानों को कृषि विभाग के माध्यम से अनुदान पर मुहैया करवाएं जा रहे हैं।
शर्मा ने बताया कि चरी के बीज पर किसान को 25 रूपये प्रति किलो के हिसाब से सब्सिडी दी जा रही है और 5 किग्रा बीज की कीमत 290 रूपये है जिसमें किसान का शेयर 165 रूपये है तथा 125 रूपये किसान को अनुदान दिया जा रहा है। इसी तरह बाजरे का बीज 90 रूपये प्रति किलो है, जिसमें किसान का शेयर 50 रूपये प्रति किलो है जबकि 40 रूपये सब्सिडी दी जा रही है। इसके अलावा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन (एनएफएसएम) के अंतर्गत हाईब्रिड मक्की के बीज किसानों को मुहैया करवाएं जा रहे हैं। हाईब्रिड मक्की के बीज की कीमत 475 रूपये है जिसमें किसान का शेयर 275 है तथा 200 रूपये का किसान को अनुदान दिया जा रहा है। राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत किसानों को हाईब्रिड सब्जियों के बीज भी उपलब्ध करवाएं जा रहे है जिसमें भिंडी, धनिया आदि के बीज शामिल हैं।
राजा राम शर्मा ने बताया कि विकास खंड ऊना के तहत 8300 हैक्टेयर भूमि पर मक्की की खेती की जाती है। इसी के तहत कृषि विभाग के पास 440 क्विंटल मक्की के अलग-अलग किस्मों के बीज उपलब्ध है, जिनमें एसएमएस-137, सिंगल क्रॉस किस्म में पीएससी- 3322, कंचन बी-52 व भारतीय-333 किस्मों के बीज उपलब्ध है। सिंगल क्रॉस किस्म में 5 किलो बीज की थैली की कीमत 275 रूपये निर्धारित की है। कृषि विभाग के पास डबल क्रॉस किस्म का 60 क्विंटल बीज उपलब्ध है, जो 225 रूपये की दर पर किसानों को दिया जा रहा है। इसके अलावा किसानों को सस्ते दामों पर बीज उपलब्ध करवाने के लिए कृषि विभाग के पास ज्वार का बीज 470 क्विंटल और बाजरे का 50 क्विंटल बीज उपलब्ध है।
राजा राम ने बताया कि अब तक किसानों को 30 क्विंटल मक्की, 150 क्विंटल चरी और 33 क्विंटल बाजरे का उन्नत किस्मों के बीज उपलब्ध करवाएं गए हैं। उन्होंने कहा कि कृषि विभाग के पास उन्नत किस्मों के बीज पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। किसानों को बीज से संबंधित किसी भी प्रकार की दिक्कतों का सामना नहीं करना पडे़गा।रैनसरी के बलदेव कृष्ण 7-8 कनाल पर खेती का कार्य करते हैं। बलदेव कृष्ण ने कहा कि कृषि विभाग ऊना द्वारा कम लागत पर उन्नत किस्म के बीज उपलब्ध करवाएं गए हैं। उपलब्ध करवाएं गए बीजों की पैदावार बहुत अच्छी है, जिससे हमारी आर्थिकी में भी काफी सुधार हुआ है। इसके लिए बलदेव कृष्ण ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का धन्यवाद किया। वहीं पेशे से किसान रामपुर निवासी सुरेंद्र सैणी लगभग 30-32 कनाल भूमि पर खेती का कार्य करते हैं। सुरेंद्र ने बताया कि सीज़न में वह कृषि विभाग ऊना से ही बीजों की खरीद करते हैं।
कृषि विभाग द्वारा उन्नत किस्म के बीज मार्किट से कम रेट पर उपलब्ध करवाए गए हैं। इससे कम लागत से अधिक उपज होने पर हमारी आमदनी में बढ़ोत्तरी हुई है। इसके अलावा वह भैंस पालने का कार्य भी करते हैं। पशुओं के चारे के लिए भी चरी व बाजरा के उन्नत किस्म के बीज विभाग ने कम लागत पर उपलब्ध करवाएं हैं। उन्होंने प्रदेश सरकार का धन्यावाद किया कि उत्तम चारा उत्पादन योजना व राष्ट्रीय कृषि विकास जैसी योजनाओं को संचालित कर किसानों की आमदनी को दोगुना किया है।कृषि उप निदेशक कुलभूषण धीमान ने बताया कि किसानों की आय दुगना करने के लिए प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत किसानों को मक्की, सौरगम, चरी व बाजरा के उन्नत किस्म के बीज किसानों को सब्सिडी पर उपलब्ध करवाए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि सिंगल क्रॉस किस्म के मक्की के प्रति क्विंटल बीज का रेट 9500 रूपये है जिसमें किसान का शेयर 5500 रूपये तथा 40000 रूपये की सब्सिडी किसान को मुहैया करवाई जा रही है। इसके अलावा डबल क्रॉस किस्म में प्रति क्विंटल का रेट 8500 रूपये हैं जिसमें किसान का शेयर 4500 रूपये है। सौरगम के बीज का रेट 5500 रूपये प्रति क्विंटल है जिसमें किसान को 2500 रूपये सबसिडी पर उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। बाजरा के बीज का रेट 9000 रूपये है जिसमें किसान का शेयर 5 हजार रूपये है तथा 4 हजार रूपये का अनुदान दिया जा रहा है। उपनिदेशक ने बताया कि आने वाले समय में कृषि विभाग पांच योजनओं को ऑनलाइन करने जा रहा है जिसमें मुख्यमंत्री नूतन पॉली हाउस, मुख्यमंत्री ग्रीन हाउस रेनोवेशन, कृषि उत्पादन संरक्षण, मुख्यमंत्री खेत संरक्षण व राज्य कृषि यांत्रिकरण योजनाएं शामिल हैं। कुलभूषण ने बताया कि अब तक 1550 क्विंटल मक्की का बीज, 3670 क्विंटल ज्वार का बीज, 305 क्विंटल बाजरा का बीज किसानों की सुविधा के लिए सेल सेंटरों तक पहुंचा दिया गया है।