नाहन: उपायुक्त श्री जीके श्रीवास्तव ने आज उपायुक्त कार्यालय में आयोजित ज़िला समन्वय समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए जानकारी दी कि ज़िला में 0-5 वर्ष तक की आयु के 61,000 बच्चों को 21 मार्च को पोलियो की खुराक पिलाई जाएगी।
उपायुक्त ने कहा कि ज़िला में पोलियो की खुराक पिलाने के लिए 546 बूथ स्थापित किए जायेंगे जिनपर लगभग 2,300 कर्मचारी तैनात किये जायेंगे। उन्होंने बताया कि शहरी क्षेत्र में 521 तथा ग्रामीण क्षेत्रों में 25 बूथ स्थापित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि इस अभियान को सफल बनाने के लिए 10 ट्रांजिट तथा चार मोबाईल टीमें तैनात की जाएंगी। उन्होंने बताया कि इस बार त्रिलोकपुर मेला क्षेत्र में भी तीन अतिरिक्त बूथ तथा एक बूथ बैरियर पर लगाया जाएगा।
श्री जीके श्रीवास्तव ने कहा कि ज़िला में इस अभियान को पूरी लगन से योजनाबद्ध तरीके से सफल बनाया जाएगा। उन्होंने शिक्षा, कल्याण, आयुर्वेदिक तथा स्वास्थ्य विभागों के अधिकारियों, कर्मचारियों, स्वयं सेवी संस्थाओं से अपील की है कि वह ज़िला को पोलियो मुक्त बनाने में अपनी अहम् भूमिका सुनिश्चित करे। उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत ज़िला में दिसम्बर माह में 0-5 वर्ष तक के लगभग 61000 बच्चों, जनवरी माह में 62000 तथा फरवरी में भी 62000 बच्चो को पोलियो की खुराक पिलाई गई थी।
उन्होंने शिक्षण संस्थानों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह 21 मार्च को पिलाई जाने वाली पोलियो की खुराक के बारे में जागरूक करने के लिए ज़िला के सभी स्कूलों की प्रार्थना सभा में बच्चों को इस बारे अवगत करवाएं ताकि वे इस बारे अपने अभिभावकों को प्रेरित कर सकें। उन्होंने उद्योग विभाग के अधिकारियों से भी इस अभियान को सफल बनाने के लिए निर्देश देते हुए कहा कि औद्योगिक क्षेत्रों में भी विशेषकर झुग्गी-झोंपड़ियों में यह खुराक पिलाने के लिए औद्योगिक इकाईयों को भी जागरूक करें।
उन्होंने कहा कि इस अभियान को सफल बनाने में स्वास्थ्य विभाग के कार्यकर्ता तथा ज़िला कार्यक्रम अधिकारी आपसी समन्वय से ज़िला के दूरदराज के तथा शहरी और औद्योगिक क्षेत्र मंे रहने वाले बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाना सुनिश्चित करें।
इसी बैठक में आगामी ग्रीष्म ऋतु के दौरान जल जनित रोगों की रोकथाम के लिए उचित प्रबन्धों की समीक्षा करते हुए श्री जीके श्रीवास्तव ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में जल स्रोतों की सफाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए तथा अधिकारियों को निर्देश दिए कि कल्याण, सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य, शिक्षा, स्वास्थ्य विभागों के कर्मचारी स्थानीय पंचायतों के समन्वयन में विशेष दलों के माध्यम से इन स्रोतों की सफाई सुनिश्चित करें। उन्होंने बताया कि जल जनित रोगों की रोकथाम के लिए ज़िला स्तर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय में तथा खण्ड स्तर पर खण्ड चिकित्सा अधिकारियों के कार्यालयों में कन्ट्रोल रूम स्थापित किए जायेंगे तथा खण्ड समन्वयन समितियों का गठन सभी उपमण्डल अधिकारियों की अध्यक्षता में किया गया है जोकि अपने-अपने क्षेत्रों में जल जनित रोगों की रोकथाम के लिए आवश्यक पग उठायेंगे। उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में हर परिवार को क्लोरीन की गोलियां उपलब्ध करवाई जायेंगी तथा जल स्रोतों में भी क्लोरीन की गोलियों से सफाई सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने बताया कि ज़िला तथा खण्ड स्तर पर भी रैपिड रिसपोंस टीमों का गठन किया गया है तथा सभी चिकित्सा संस्थानों में भी आवश्यक दवाईयां उपलब्ध करवा दी गई है।
डॉ0 जीपी दिवेदी ने इस अभियान के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
इस अवसर पर अन्यों के अतिरिक्त नगर परिषद अध्यक्षा श्रीमती शांति देवी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 एमके पाठक, स्वास्थ्य अधिकारी डॉ0 एसपी सिंह तथा ज़िला के सभी अधिकारी उपस्थित थे।