नाहन : प्रदेश अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी डाॅ. राजीव बिन्दल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की वर्तमान कांग्रेस सरकार जनता के प्रति अपनी जवाबदेही से निरंतर भाग रही है। वर्ष 2022 में हिमाचल प्रदेश की जनता ने कांग्रेस पार्टी को बहुमत दिया, कांग्रेस को वोट देकर सत्ता की चाबी कांग्रेस के हाथ में दी। किन्तु इस सरकार के 3 साल पूरे हो गये और इन 3 सालों में कांग्रेस पार्टी, कांग्रेस की सरकार, कांग्रेस के मुख्यमंत्री और मंत्रियो ने आज तक हिमाचल प्रदेश के जनमानस की सुध नहीं ली।
डॉ. राजीव बिंदल आज मंगलवार को नाहन में भाजपा माता त्रिलोकपुर मण्डल नाहन की संगठनात्मक बैठक में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित कार्यकर्ताओं और पार्टी पदाधिकारियों को सम्बोधित कर रहे थे। डाॅ. बिन्दल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी और उसके नेता लगातार एक ही बात कहकर नेरेटिव बनाने का प्रयास कर रहे हैं और वो है भारतीय जनता पार्टी को कोसना, भारतीय जनता पार्टी को गाली देना। उन्होंने कहा कि जनता ने कांग्रेस को दायित्व दिया है, सरकार कांग्रेस की है, मुख्यमंत्री और मंत्रीगण कांग्रेस के हैँ, तो ऐसे में जनता कांग्रेस सरकार और कांग्रेस पार्टी से अपेक्षा करती है कि वो उनकी चिंता करे, परन्तु हो इसके विपरीत रहा है।
डाॅ. बिन्दल ने कहा कि जनता की अपेक्षा थी कि 5 लाख रोजगार मिले, एक साल में एक लाख सरकारी नौकरी मिलेगी और इसी उम्मीद में जनता ने कांग्रेस की सरकार बना दी। कांग्रेस की सरकार तो बन गई, सत्ता का नशा तो आ गया, परन्तु बेरोजगार युवक आज भी सड़कों पर नारे लगाने को मजबूर हैं।

इसी तरह, जिन बहनों ने सत्ता की चाबी कांग्रेस को सौंपी, वो 28 लाख बहनें आज भी 1500 रुपये का इंतजार कर रही है। सरकार की बेरुखी से जनता त्रस्त, सरकार आनंद मना रही है
डॉ. बिंदल ने कहा कि चाहे किसान हो, बागवान हो, बेरोजगार हो, युवा हो, मजदूर हो, कर्मचारी हो, पैंशनर्स हो, सभी सरकार की बेरूखी के कारण त्रस्त हैँ जबकि जवाबदेही कांग्रेस सरकार की बनती है। लेकिन कांग्रेस सरकार तो अपने आनंद में मस्त है।
डाॅ. बिन्दल ने कहा कि आज जिस प्रकार से हिमाचल में विकास कार्यों का अकाल पड़ा है, विकास कार्यों का नामो निशान नहीं है। सड़कों के गड्ढे सरकार के चेहरे पर दाग के रूप में दिखाई देते हैं। संस्थानों को बंद करना हिमाचल प्रदेश की वर्तमान कांग्रेस सरकार के इतिहास का सबसे बड़ा काला अध्याय बनकर उभरा है।
उन्होंने कहा कि डेढ़ लाख सरकारी पदों को समाप्त करके बेरोजगार युवाओं के साथ अन्याय कियागया है। आज जनता तीन साल के बाद प्रदेश की सरकार से जानना चाहती है कि आपने सत्ता में आने के लिए जो गारंटियां दी थी वो गारंटियां केवल बिहार के चुनाव में जाकर झूठ बोलकर पूरी होने वाली नहीं है बल्कि प्रदेश की जनता उनके पूरा होने का इंतजार कर रही है।
इसलिए तीन साल के बाद आज जनता का सवाल है कि प्रदेश का विकास बंद क्यों है ? प्रदेश का युवा बेरोजगार ठगा हुआ क्यों है ? प्रदेश की बहनों को धोखा क्यों दिया ? और प्रदेश में सब ओर अफरा-तफरी का माहौल क्यों है?
प्रदेश की जनता जानना चाहती है 40 हजार करोड़ का कर्ज लेने के बावजूद स्कूल, काॅलेज, अस्पताल बंद क्यों हो रहे हैं ? विकास बंद क्यों है ? इन सब सवालों के जवाब तो कांग्रेस सरकार को देने ही पड़ेंगे।