नाहन: हिमाचल प्रदेश में निर्माण मजदूरों के हितों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए हिमाचल भवन एवं सड़क निर्माण मजदूर यूनियन (संबद्ध सीटू) ने संघर्ष का बिगुल फूंक दिया है। यूनियन ने ऐलान किया है कि पिछले 5 वर्षों से रुके हुए लाभों और अन्य मांगों को लेकर 9 सितंबर को हमीरपुर स्थित भवन एवं निर्माण कार्यालय का जोरदार घेराव किया जाएगा।

इस प्रदेशव्यापी प्रदर्शन को सफल बनाने के लिए यूनियन ने जिला सिरमौर में जनसंपर्क अभियान तेज कर दिया है, जिसके तहत मजदूरों को लामबंद किया जा रहा है। यूनियन की मांग है कि पंजीकृत मजदूरों को पिछले 5 वर्षों से लंबित पड़े सभी तरह के लाभ तत्काल जारी किए जाएं। 6 साल पहले जमा करवाए गए छात्रवृत्ति (वजीफा) आदि के दस्तावेजों को अब वापस लौटाने की प्रक्रिया पर रोक लगाई जाए। पंजीकरण के लिए हर दिन जारी हो रहे नए और जटिल नियमों को बंद कर प्रक्रिया को सरल बनाया जाए।
इसी कड़ी में बजगा पंचायत में निर्माण एवं मनरेगा मजदूरों की एक बैठक आयोजित की गई। बैठक को संबोधित करते हुए सीटू के जिला महासचिव आशीष कुमार और निर्माण मजदूर यूनियन के जिला महासचिव राजेश कुमार ने कहा कि सरकार और बोर्ड की नीतियों के कारण मजदूरों को उनके हकों से वंचित किया जा रहा है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
यूनियन ने चेतावनी दी है कि यदि 9 सितंबर के प्रदर्शन के बाद भी उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। जिला सिरमौर से ही सैकड़ों मजदूरों के इस घेराव में शामिल होने की उम्मीद है। इस अवसर पर बैठक में महेंद्र ठाकुर, धनवीर ठाकुर, चरण सिंह, राम सिंह, संजीव शर्मा, सुरेशानंद शर्मा आदि उपस्थित रहे।