सोलन: जिला पुलिस ने चिट्टा (हेरोइन) तस्करी के एक बड़े अंतरराज्यीय नेटवर्क ध्वस्त करते हुए पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। जानकारी के मुताबिक यह नेटवर्क पंजाब और हरियाणा से हिमाचल में चिट्टे की सप्लाई करता था। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से चिट्टे के अलावा एक जिंदा कारतूस भी बरामद किया है।
ऐसे खुला नेटवर्क का राज
इस मामले का खुलासा 9 सितंबर को हुआ, जब धर्मपुर पुलिस ने एक गुप्त सूचना के आधार पर नाकाबंदी के दौरान एक ट्राइबर गाड़ी को रोका। गाड़ी में सवार शिमला के शोगी निवासी नरेश शर्मा (38) और अनिश वर्मा (31) को 10.42 ग्राम चिट्टे के साथ गिरफ्तार किया गया।
पुलिस ने जब दोनों से पूछताछ की और उनके मोबाइल फोन व वित्तीय लेन-देन की जांच की, तो तस्करी की पिछली कड़ियों को जोड़ते हुए एक बड़े नेटवर्क का पता चला। जांच में सामने आया कि इस खेप को पंजाब के एक गिरोह से लाया गया था, जिसका सरगना मुकेश उर्फ मोनू है।

डेराबस्सी से सरगना गिरफ्तार
पिछली कड़ियों को जोड़ने के बाद सोलन पुलिस की एक विशेष टीम ने पंजाब में दबिश दी। चार दिनों की मशक्कत के बाद, 15 सितंबर को पुलिस ने डेराबस्सी के पास से मुख्य सरगना मुकेश उर्फ मोनू (43) और उसके दो साथियों, अजय (22) और अशोक कुमार (29) को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस के अनुसार, मुकेश चिट्टा तस्करी का एक बड़ा सरगना है जो लंबे समय से हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़ और हिमाचल में नशे की सप्लाई कर रहा था। उसकी तलाशी के दौरान एक जिंदा कारतूस (7.6 MM), इलेक्ट्रॉनिक तराजू और चार मोबाइल फोन बरामद हुए हैं। मुकेश परवाणू में दर्ज एक अन्य नशा तस्करी के मामले में भी वांछित था।
जांच में पता चला है कि गिरफ्तार किए गए सभी आरोपी आदतन अपराधी हैं और उनके खिलाफ पहले भी नशा तस्करी, चोरी और मारपीट जैसे कई मामले दर्ज हैं। पुलिस ने सभी पांचों आरोपियों को रिमांड पर ले लिया है और पूरे नेटवर्क को खत्म करने के लिए आगे की जांच कर रही है।