धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने आज कहा कि प्रदेश बेसहारा पशुओं और बंदरों के लिए प्रभावी नीतिगत बदलाव लाने करने जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बंदरों की समस्या से निपटने के लिए सरकार जंगलों में फलदार पौधे लगाएगी। मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि अब बरसात के दौरान पौधरोपण में 60 प्रतिशत पौधे फलदार लगाए जाएंगे, ताकि बंदरों को जंगलो में ही रोका जा सके।
मुख्यमंत्री सुक्खू नाहन के विधायक अजय सोलंकी के एक सवाल के जवाब बोल रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि बंदरों के घरों में घुसने की समस्या नई नहीं है। उन्होंने कहा कि हिमाचल के शहरों में उपद्रव के साथ-साथ बंदरों के कारण गांवों में भी फसलें उगाना कठिन हो गया है। उन्होंने कहा बताया कि हिमाचल में अब तक लगभग 1.87 लाख बंदरों की नसबंदी की जा चुकी है। नाहन विधानसभा क्षेत्र में भी लगभग 1188 बंदरों की नसबंदी की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सिरमौर जिला के पांवटा साहिब में एक नसबंदी केंद्र है। उन्होंने कहा कि बंदरों की समस्या को देखते हुए केंद्र सरकार ने बंदरो को मारने की अनुमति भी दी थी, लेकिन धार्मिक दृष्टि से बंदरों को मारा नहीं गया । मुख्यमंत्री ने कहा कि बंदरों के हमले से पीड़ित लोगों को राहत राशि देने का भी प्रावधान है।