सोलन: शूलिनी विश्वविद्यालय के मीडिया छात्रों को यह जानने का मौका मिला कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और टेक्नोलॉजी की इस नई दुनिया में मार्केटिंग का करियर कैसे बनाया जाए। इस विषय पर आयोजित एक विशेष सत्र को MICA, अहमदाबाद की प्रसिद्ध मार्केटिंग प्रोफेसर डॉ. फाल्गुनी वासवदा ने संबोधित किया।
डॉ. वासवदा ने छात्रों को समझाया कि आज के मार्केटिंग प्रोफेशनल्स को न केवल टेक्नोलॉजी की समझ होनी चाहिए, बल्कि उनमें रचनात्मकता (creativity) और सहानुभूति (empathy) का होना भी बेहद जरूरी है। उन्होंने बताया कि कैसे AI और डेटा एनालिटिक्स कंपनियों की अपने ग्राहकों तक पहुंचने की रणनीति को पूरी तरह से बदल रहे हैं।

इस सत्र का सबसे दिलचस्प हिस्सा एक इंटरैक्टिव विज्ञापन विश्लेषण (ad analysis) रहा। छात्रों ने Spotify, Giva और Tanishq जैसी बड़ी कंपनियों के हालिया विज्ञापनों पर चर्चा की। डॉ. वासवदा ने इन उदाहरणों के जरिए सिखाया कि आज के डिजिटल दौर में एक प्रभावशाली विज्ञापन बनाने के लिए अच्छी कहानी (storytelling) और विजुअल रणनीति कितनी महत्वपूर्ण है।
छात्रों को एथनोग्राफी और नेटनोग्राफी जैसे नए मार्केटिंग रिसर्च टूल्स के बारे में भी बताया गया, जो कंपनियों को ग्राहकों के व्यवहार को समझने में मदद करते हैं।
कार्यक्रम के अंत में एक प्रश्नोत्तर सत्र भी हुआ। मीडिया संकाय के प्रमुख, प्रोफेसर विपिन पब्बी ने कहा कि ऐसे सत्र किताबी ज्ञान और इंडस्ट्री के असली रुझानों के बीच की खाई को पाटने में मदद करते हैं और छात्रों को डिजिटल युग के लिए बेहतर तरीके से तैयार करते हैं।