नाहन : हिमाचल प्रदेश में नशे का जहर ‘चिट्टा’ शहरों और गांवों तक अपनी गहरी पकड़ बना चुका है। हर साल चिट्टे के कारण न जाने कितने घर तबाह हो रहे हैं। न केवल युवाओं की जान जा रही है, बल्कि कुछ लोग अपना मानसिक संतुलन भी खो रहे हैं। यह गंभीर समस्या समाज के लिए एक बड़ी चिंता का विषय बन चुकी है।
इस समस्या के समाधान के लिए सिरमौर जिले के नाहन विधानसभा क्षेत्र के विधायक अजय सोलंकी ने एक सराहनीय पहल की है। उन्होंने इस जहर के खिलाफ कड़ा कदम उठाते हुए चौगान मैदान के किनारे एक अपील जारी की, जिसमें चिट्टा बेचने वालों की सूचना देने का आग्रह किया गया है।
विधायक ने चौगान मैदान के किनारे एक सार्वजनिक अपील जारी की है, जिसमें उन्होंने चिट्टा बेचने वालों की जानकारी पुलिस या सीधे उनके निजी मोबाइल नंबर पर साझा करने का आग्रह किया है। इस अपील में उन्होंने साफ संदेश दिया है कि नशे के कारोबारियों के लिए उनके क्षेत्र में कोई जगह नहीं है।
सोलंकी का यह साहसिक कदम युवाओं को नशे के दुष्चक्र से बचाने और समाज को एकजुट करने का प्रयास है। आमतौर पर नशे के मुद्दे पर नेता केवल बयानबाजी करते हैं, लेकिन सोलंकी ने ठोस कदम उठाकर एक मिसाल पेश की है। यह पहल न केवल नशे के खिलाफ उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है, बल्कि यह भी साबित करती है कि इस गंभीर समस्या का समाधान सामूहिक प्रयास से ही संभव है।
उनकी अपील ने जनता को जागरूक करने और नशे के कारोबार को जड़ से खत्म करने की दिशा में एक नई उम्मीद जगाई है। सोलंकी का यह कदम नशे के खिलाफ लड़ाई में मील का पत्थर साबित हो सकता है और अन्य नेताओं के लिए प्रेरणा बन सकता है।