नाहन : गिरीपार क्षेत्र के शिलाई गांव ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि यह भूमि केवल संघर्ष और परिश्रम की नहीं, बल्कि प्रतिभा और उपलब्धियों की भी है। इस बार चर्चा का विषय बना है गाँव का होनहार खिलाड़ी वंशज नेगी, जिसने केवल 15 वर्ष की उम्र में हिमाचल प्रदेश की अंडर-19 वॉलीबॉल टीम में जगह बना ली है।
हाल ही में संपन्न हुई प्रदेश स्तरीय वॉलीबॉल ट्रायल, जो कि 24 अप्रैल को आयोजित हुई थी, उसमें प्रदेश के विभिन्न जिलों से 180 प्रतिभाशाली खिलाड़ियों ने भाग लिया था। कड़ी प्रतिस्पर्धा के बाद केवल 20 खिलाड़ियों का चयन किया गया, जिनमें से सिरमौर जिले से केवल वंशज नेगी ही चुने गए हैं। चयन के साथ ही उन्हें मंडी जिले के संधोल स्थित प्रदेश वॉलीबॉल हॉस्टल में स्थान मिला है, जहां उन्हें आगामी समय में उन्नत प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि उनके अतिरिक्त पांवटा साहिब से एक अन्य खिलाड़ी स्टैंडबाय में है।

वंशज के पिता चमेल नेगी खुद भी खेलों से गहरे जुड़े रहे हैं और नाहन स्थित अरिहंत स्कूल में डेढ़ वर्ष तक वॉलीबॉल कोच के रूप में सेवाएं दे चुके हैं। वंशज की मां प्रोमिला नेगी एक घरेलू महिला हैं, जिन्होंने हर कदम पर अपने बेटे को प्रेरणा दी। विशेष बात यह है कि वंशज की उम्र अभी केवल 15 वर्ष है और उन्होंने हाल ही में गुरु नानक देव पब्लिक स्कूल, पांवटा साहिब से 10वीं की परीक्षा दी है।
वंशज नेगी पहले राष्ट्रीय स्तर के बास्केटबॉल खिलाड़ी रह चुके हैं। हालांकि बाद में उन्होंने वॉलीबॉल में रुचि लेनी शुरू की। उनके पिता चमेल सिंह ने बताया कि शुरू में वंशज को बास्केटबॉल खेलने का शौक था, लेकिन साथी खिलाड़ियों की कमी के कारण वह अक्सर अकेले ही प्रैक्टिस करते थे। ऐसे में वे उसे पांवटा साहिब की डिफेंस कॉलोनी में चल रहे वॉलीबॉल मैचों में ले जाया करते थे, जहाँ उसकी बॉल पर पकड़ और खेलने की शैली को देखकर वरिष्ठ खिलाड़ियों ने उसकी प्रशंसा की। इसके बाद वंशज ने वॉलीबॉल को गंभीरता से लेना शुरू किया।
दसवीं कक्षा की परीक्षा समाप्त करने के अगले ही दिन वंशज हरियाणा के चरखी दादरी स्थित CDL वॉलीबॉल अकादमी में दो महीने का गहन प्रशिक्षण लेने गए, जहाँ उन्हें प्रसिद्ध कोच अमित फौकड़ का मार्गदर्शन मिला। वहीं से लौटने के अगले ही दिन (23 अप्रैल) वह सीधे ट्रायल में शामिल होने सिरमौर पहुंचे और 24 अप्रैल को संधोल में हुए ट्रायल में शानदार प्रदर्शन करते हुए चयनित हुए।
वंशज ने एथलेटिक्स में भी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए 800 मीटर दौड़ में गोल्ड मेडल जीता है। यह स्पष्ट है कि वह एक बहुप्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं, जिनमें हिमाचल प्रदेश को भविष्य का प्रतिनिधित्व देने की पूरी क्षमता है।
उनकी इस उपलब्धि पर क्षेत्र के खेल प्रशिक्षकों, शिक्षकों, पंचायत प्रतिनिधियों और युवाओं ने उन्हें हार्दिक बधाई दी है और उम्मीद जताई है कि वंशज आने वाले समय में प्रदेश की मुख्य वॉलीबॉल टीम का हिस्सा बनकर राज्य और देश का नाम रोशन करेंगे।