शिमला: ए.पी.जी. शिमला यूनिवर्सिटी के फॉरेंसिक साइंस विभाग ने गुरुवार को ‘फॉरेंसिक साइंस डे’ बड़े उत्साह के साथ मनाया। “FORENSCAPE: Exploring the Hidden Truths” थीम पर आधारित इस कार्यक्रम में छात्रों को फॉरेंसिक विज्ञान की दुनिया का व्यावहारिक अनुभव मिला, जहां उन्होंने क्राइम सीन की जांच से लेकर फिंगरप्रिंटिंग तक में हाथ आजमाए।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण क्राइम सीन इन्वेस्टिगेशन सत्र रहा, जिसमें छात्रों ने एक नकली अपराध स्थल की जांच की और सबूत इकट्ठा करने की प्रक्रिया सीखी। इसके अलावा फिंगरप्रिंटिंग बूथ और फॉरेंसिक सेल्फी बूथ भी छात्रों के बीच लोकप्रिय रहे। इन गतिविधियों का उद्देश्य छात्रों को उनके सैद्धांतिक ज्ञान को रचनात्मक और व्यावहारिक रूप से उपयोग करने के लिए प्रेरित करना था।

इस आयोजन में विभाग के 50 से अधिक स्नातक और स्नातकोत्तर छात्रों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। उनकी उत्साही भागीदारी ने कार्यक्रम को जीवंत बना दिया।
विभाग के शिक्षकों, डॉ. अतुल कुमार दुबे, प्रकृति कौल, चंद्रिका शर्मा और कपिल वर्मा के मार्गदर्शन में यह सफल आयोजन संपन्न हुआ। यह कार्यक्रम रचनात्मकता और शिक्षा का एक अनूठा संगम साबित हुआ, जिसने छात्रों को फॉरेंसिक विज्ञान की गहराइयों को समझने और अनुसंधान की भावना को अपनाने के लिए प्रेरित किया।