शिमला: ए.पी.जी. शिमला विश्वविद्यालय में वीरवार को सभागार में नए शैक्षणिक सत्र में दाखिला लेने वाले नए विद्यार्थियों के लिए ओरियंटेशन व स्वागत समारोह का आयोजन किया गया। नए विद्यार्थियों का विश्वविद्यालय में यह पहला दिन था। इस कार्यक्रम में शिमला जिला के एडिशनल डिप्टी कमिश्नर (एडीसी) आई.ए.एस अभिषेक वर्मा ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। मुख्य अतिथि अभिषेक वर्मा ने दीप प्रज्वलित कर ओरियंटेशन व स्वागत समारोह का शुभारंभ किया।

ए.पी.जी. शिमला विश्वविद्यालय परिसर में पहुंचे एडीसी अभिषेक वर्मा का ए.पी.जी. शिमला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ. राजेन्द्र सिंह चौहान और कुलसचिव प्रोफेसर डॉ. आर.एल. शर्मा ने हिमाचली टोपी, शॉल और स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया। कुलपति प्रोफेसर डॉ. राजेंद्र सिंह चौहान ने एडीसी अभिषेक वर्मा का विद्यार्थियों का ज्ञानवर्धन करने, उनका मार्गदर्शन करने और जीवन में अच्छा काम करने और अच्छा नागरिक बनने के साथ साथ अच्छा इंसान बनने और बेहतर शिक्षा के लिए प्रेरित करने के लिए धन्यवाद किया।
कुलपति चौहान ने कहा कि अभिषेक वर्मा स्वयं भी युवा आई. ए. एस. अधिकारी हैं, बहुमुखी प्रतिभा वाले छात्र रहे हैं और युवाओं को जीवन में किसी भी क्षेत्र में समाज और राष्ट्रहित में बेहतर कार्य करने के लिए अपने आप में प्रेरणाश्रोत हैं। कुलपति चौहान ने नवागंतुक विद्यार्थियों का स्वागत करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की तथा प्राध्यापकों और अध्यापकों के साथ मिलकर हर तरह की सुविधा और सहयोग करने की बात की।
मुख्य अतिथि एडीसी अभिषेक वर्मा ने नवागन्तुक विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश एक सुंदर प्रदेश है और शिमला में स्थित एपीजी शिमला विश्वविद्यालय हरे भरे वातावरण वाले और बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर वाले परिसर में बेहतर पढ़ाई करने के लिए विद्यार्थियों के लिए अच्छा है। मुख्य अतिथि एडीसी अभिषेक वर्मा ने एक कवि के अंदाज़ में विद्यार्थियों से संवाद करते हुए व प्रेरित करते हुए कहा कि पहाड़ सिर्फ पहाड़ नहीं होते बल्कि पहाड़ धैर्य और विनम्रता के प्रतीक हैं।
कार्यक्रम के अंत प्रश्न सत्र के दौरान विद्यार्थियों ने एडीसी अभिषेक वर्मा से संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करने के बारे में जाना और वर्मा ने विद्यार्थियों को सफलता का मूलमंत्र भी दिया कि किस तरह प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता की जा सकती है।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के विभागाध्यक्ष, अधिष्ठाता प्रो. डॉ. आनंदमोहन शर्मा, अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. नीलम शर्मा, पत्रकारिता विभाग के अधिष्ठाता डॉ. अश्वनी शर्मा, परीक्षा नियंत्रक अफजल खान, इंजीनियर विभाग से अधिष्ठाता प्रो. अंकित ठाकुर, साइंस विभागाध्यक्ष डॉ. मनिंदर कौर, डॉ. मोनिका वर्मा, डॉ.भावना वर्मा और डॉ. देविका राणा, डॉ. विजयश्री, डॉ. नरेंद्र कुमार समेत विश्वविद्यालय के अन्य प्रशासनिक पदाधिकारी मौजूद थे।