शिमला: हिमाचल प्रदेश निकट भविष्य में देश का कार्बन न्यूट्रल राज्य बनने के लिए कोस्टारिका से प्रेरणा व जानकारी लेगा तथा ग्रीन हाउस से निकलने वाली गैसों पर नियंत्रण करेगा। यह जानकारी मुख्य मंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने विश्व बैंक व विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों के साथ कोस्टारिका के सैनजोस में गत सायं वार्तालाप के दौरान दी। मुख्य मंत्री इन दिनों आठ सदस्यीय उच्च स्तरीय दल के साथ पर्यावरण विषय पर कांफ्रेंस व सेमिनार में भाग लेने के लिए विदेश यात्रा पर है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश देश का पहला राज्य उभर कर आया है, जो उपलब्ध हरित…
लेखक: संवाददाता
मंडी: अन्तर्राष्ट्रीय मंडी शिवरात्रि मेला, हिमाचल प्रदेश में मनाए जाने वाले मेलों में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। ब्यास नदी के तट पर स्थित और रियासती राज्य की राजधानी रहा, मण्डी शहर देश की ‘छोटी काशी’ के रूप में जाना जाता है। मण्डी में स्थित मंदिरों को देखते हुए मण्डी का यह उपनाम बिल्कुल ठीक है। मण्डी में देवी-देवताओं को समर्पित कई मंदिर हैं, जिनमें लोगों की अथाह आस्था है। हर वर्ष की भांति इस बार भी मण्डी में महाशिवरात्रि का पर्व 13 फरवरी से धूमधाम से मनाया जाएगा। यह त्योहार मण्डी के प्रसिद्ध भूतनाथ मंदिर में भगवान शिव और…
शिमला: मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल की अध्यक्षता में गत सायं यहां राज्यस्तरीय एकल खिड़की स्वीकृति एवं अनुश्रवण प्राधिकरण की 45वीं बैठक में प्रदेश में 18.15 करोड़ रुपये के कुल निवेश की औद्योगिक परियोजनाओं को स्थापित करने के लिए दो नए प्रस्ताव तथा एक विस्तार प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की गई, जिसमें 84 लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। नई ईकाई में ‘मैसर्स हिमफै्रश प्रोड्यूस’, जो शिमला जिला के कोटखाई क्षेत्र में एकीकृत कोल्ड चेन स्थापित करेगी तथा दूसरी सिरमौर जिले के पांवटा-साहिब में ‘मैसर्स ग्रोवैल ऐग्रो सिस्टम’ इकाई शामिल है, जो कीटनाशक, फफूंदीनाशक एवं ‘हर्बिसाइड’ इत्यादि तैयार करेगी।…
पांवटा साहिब (सुभाष चन्द्र शर्मा): दून घाटी के उपमण्डल पांवटा साहिब का गिरिपार में आंजभोज एक क्षेत्र है जिसमें डांडा पागर, अम्बोया, राजपुर, नघेता, डांडा आंज, बढ़ाणा, शिवा तथा बनौर आठ पंचायतें पड़ती हैं। यह ग्राम पंचायतें आपसी सौहार्दपूर्ण माहौल के लिए जानी जाती हैं। यह ग्राम पंचायतें धौलागिरि पर्वत के दूर तक फैले आंचल में बसी हुई है। इसी पर्वत शिखर पर राजपुरा के ठीक उपर पर्वत शिखर पर गुरासा आश्रम स्थित है जहां सैंकड़ों वर्षों से सिद्ध महात्माओं द्वारा पूजा की जाती है। इस आश्रम का संचालन 105 वर्षीय स्वामी पूर्णानन्द जी कर रहे हैं जिन्होंने अपने कठिन…