नाहन: आज फूड सेफ्टी विभाग की टीम ने खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए एक बड़ी कार्रवाई को नाहन में अंजाम दिया। इस कार्रवाई का नेतृत्व फूड सेफ्टी ऑफिसर (एफएसओ) प्रियंका कश्यप ने किया। विभाग की टीम ने नाहन शहर के विभिन्न बाजारों में दबिश देकर कई दुकानों से 30 विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों के सैंपल लिए, जिनमें कई प्रसिद्ध ब्रांडेड कंपनियों के उत्पाद भी शामिल थे।
जैसे ही फूड सेफ्टी विभाग की टीम बाजार में पहुंची, दुकानदारों में हड़कंप मच गया। कुछ दुकानदारों ने अपनी दुकानों के शटर तुरंत नीचे गिरा दिए।हालांकि, विभाग की टीम ने सख्ती से कार्रवाई करते हुए कई दुकानों से सैंपल एकत्रित किए। विभाग ने मसाले, चिल्ली पाउडर, मैक्रोनी, पोहा, बिस्किट, नमकीन, दलिया, सूजी, बेसन, कोको पाउडर, कॉफी, मिल्क मेड, इडली आटा, सौंफ, पापड़, मुरब्बा, टोमेटो सॉस, इलायची पाउडर, चायपत्ती आदि सहित कई खाद्य पदार्थों के सैंपल लिए। विभाग को पहले से ही कुछ दुकानों के खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता पर शिकायतें मिल रही थीं, जिसे ध्यान में रखते हुए यह कार्रवाई की गई।
एफएसओ प्रियंका कश्यप ने बताया कि सभी सैंपल जांच के लिए प्रयोगशाला में भेज दिए गए हैं। लैब से रिपोर्ट मिलने के बाद, यदि किसी भी सैंपल में मानकों के अनुसार गुणवत्ता नहीं पाई जाती है तो संबंधित दुकानदारों के खिलाफ नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि विभाग का उद्देश्य लोगों के स्वास्थ्य से किसी भी प्रकार का समझौता न करना है और इस तरह की जांच आगे भी जारी रहेगी।
सैंपल की लैब रिपोर्ट आने के बाद यदि कोई भी सैंपल गुणवत्ता मानकों पर खरा नहीं उतरता है तो संबंधित दुकानदार के खिलाफ खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी। इसके तहत दोषी पाए जाने पर जुर्माना, लाइसेंस रद्द करना और यहां तक कि दुकान बंद करने जैसे कदम उठाए जा सकते हैं।
इस कार्रवाई का उद्देश्य न केवल खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता की जांच करना है, बल्कि यह सुनिश्चित करना भी है कि कोई भी दुकानदार मिलावट या घटिया गुणवत्ता वाले खाद्य पदार्थों को बेचकर लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ न करे। इस तरह की कार्रवाई से दुकानदारों में एक संदेश भी गया है कि विभाग की नजर में लापरवाही या गलत कार्यों के लिए कोई जगह नहीं है।