श्री रेणुका जी: ददाहू शिव मंदिर, मियां का नाले के समीप रहने वाले श्री हरि गिरि जी महाराज पिछले कल एक सड़क दुर्घटना में ब्रह्मलीन हो गए हैं | यह सूचना मिलने के बाद से उनके अनुयायियों और आसपास के क्षैत्र में शोक की लहर है। प्राप्त जानकारी के अनुसार श्री हरि गिरि जी महाराज अपने एक शिष्य के साथ कार में सवार होकर पांवटा की तरफ जा रहे थे, लेकिन चालक के अचानक संतुलन खोने के कारण सतौन के समीप उनकी कार गहरी खाई में जा गिरी | बताया जाता है कि इस दुर्घटना में उन्होंने अपने प्राण त्याग दिए और ब्रह्मलीन हो गए |
आज दोपहर उनके अनुयायियों और साधु-संत समाज द्वारा उन्हें नम आंखों से श्रद्धांजलि दी गई और गहरा शोक व्यक्त किया | श्री रेणुका जी से यहां पहुंचकर महामंडलेश्वर परमहंस श्री दयानंद जी महाराज ने भी उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए | उन्होंने कहा कि ब्रह्मलीन संत अपने जीवन काल में मोह, माया से दूरी बनाए रखी। वह सदैव ही भगवान की भक्ति और चिंतन मे लगे रहे| स्थानीय संतो के साथ-साथ अन्य स्थानों से भी यहां पहुंच कर साधु संतों ने उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए और नम आंखों से समाधि दी गई | उल्लेखनीय है की श्री हरि गिरि जी महाराज आसपास के मंदिरों और स्थानों पर भी अक्सर जाया करते थे,लेकिन पिछले लम्बे समय से वह शिव मंदिर, मियां का नाला ददाहू में ही रह रहे थे |