नाहन : बर्मा पापड़ी पंचायत में सिंचाई योजना क्षतिग्रस्त होने से 500 परिवारों की फसल तबाह होने के कगार पर है । जिसकी वजह से ग्रामीणों को चिंता सताने लगी है। मामले को लेकर ग्रामीणों का एक प्रतिनिधिमंडल आज जल शक्ति विभाग के अधिशाषी अभियंता से मिला।
पंचायत प्रधान शेर सिंह ने बताया कि बर्मा पापड़ी गांव के लिए बनी सिंचाई योजना नदी के साथ सटी होने के कारण हर वर्ष भूमि कटाव से क्षतिग्रस्त होती जा रही है। वहीं दूसरी ओर चौकीदार के लिए जंगल में बना क्वार्टर भी क्षतिग्रस्त हो चुका है। जिसकी वजह से गांव को मिलने वाला सिंचाई का पानी पर्याप्त मात्रा में नहीं पहुंच पा रहा है। उन्होंने कहा कि इस समस्या को लेकर आज ग्रामीणों का एक प्रतिनिधिमंडल जल शक्ति विभाग के अधिकारी से मिला जहां से उन्हें योजना को जल्द ठीक करने का आश्वासन मिला है।
वहीं प्रतिनिधिमंडल में शामिल किसान विकास समिति के प्रधान रमेश चंद्र ने बताया कि पिछले 5- 6 वर्षों से यह योजना क्षतिग्रस्त होती जा रही है परंतु हाल ही में बरसात के दिनों में अत्यधिक बारिश होने के कारण इस योजना की नदी के साथ लगी सुरक्षा दीवार पूरी तरह से टूट गई है। जिसे ठीक करने के लिए ग्रामीणों ने विभाग से गुहार लगाई। इसके अलावा एक पंप और पंप ऑपरेटर के लिए बने निवास को बनाने की भी विभाग से मांग की गई ताकि ग्रामीणों को सिंचाई का पानी उपलब्ध हो सके। क्योंकि यहां रहने वाले करीब 500 परिवारों का मुख्य व्यवसाय खेती-बाड़ी है। यदि योजना समय रहते ठीक ना हो पाई तो लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।