शिमला: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने गुरुवार को राजधानी शिमला के मालरोड स्थित पर्यटक सूचना केंद्र का औचक निरीक्षण किया। विंटर कार्निवल और क्रिसमस के जश्न के बीच मुख्यमंत्री ने स्वयं धरातल पर उतरकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि देवभूमि में पधारने वाले पर्यटकों को किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं होनी चाहिए, क्योंकि अतिथि देवो भव: हमारी संस्कृति है। उन्होंने जोर देकर कहा कि पर्यटन राज्य की अर्थव्यवस्था का प्रमुख आधार है और इस क्षेत्र को सुदृढ़ करने से प्रदेश की आर्थिकी को बड़ा संबल मिलेगा।

निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने रिज मैदान और मालरोड पर घूम रहे पर्यटकों से आत्मीयता से बातचीत की और उनके अनुभव भी जाने। मीडिया से मुखातिब होते हुए सीएम सुक्खू ने बताया कि प्रदेश सरकार ने राज्य में प्रतिवर्ष पांच करोड़ पर्यटकों को आकर्षित करने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए पर्यटन बुनियादी ढांचे के विकास के साथ-साथ कई नई और बहुआयामी योजनाओं पर काम किया जा रहा है, ताकि हिमाचल को विश्व स्तरीय पर्यटन स्थल बनाया जा सके।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने आईजीएमसी शिमला में हाल ही में हुई घटना पर भी सरकार का पक्ष स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि घटना की पूर्ण और निष्पक्ष जांच के बाद ही नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई गई है। सीएम ने आश्वस्त किया कि प्रदेश सरकार चिकित्सकों, विशेष रूप से सीनियर रेजिडेंट डॉक्टरों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने अधिकारियों को आईजीएमसी में चिकित्सकों की कार्यस्थितियों को बेहतर बनाने और उनकी सुविधाओं के दृष्टिगत तत्काल जरूरी कदम उठाने के निर्देश भी दिए हैं।