शिमला: भारत में ‘मीडिया ट्रायल’ के बढ़ते चलन और न्याय प्रक्रिया पर इसके प्रभाव का विश्लेषण करती एक महत्वपूर्ण पुस्तक “मीडिया ट्रायल इन इंडियन डेमोक्रेसी” का गुरुवार को मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने अपने सरकारी आवास ओक ओवर में विमोचन किया। यह पुस्तक एपीजी शिमला विश्वविद्यालय की डॉ. नीलम शर्मा द्वारा लिखी गई है।
डॉ. नीलम शर्मा के पीएचडी शोध पर आधारित यह पुस्तक छह अध्यायों में विभाजित है और इसमें केस स्टडी के माध्यम से यह समझाने का प्रयास किया गया है कि मीडिया किस तरह से न्यायिक प्रक्रिया और सामाजिक दृष्टिकोण को प्रभावित करता है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने इस अकादमिक प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि आज के समय में जब मीडिया का प्रभाव न्याय प्रक्रिया पर तेजी से बढ़ रहा है, तब ऐसे शोध कार्य समाज को सही दिशा देने में बहुत सहायक होते हैं। उन्होंने जिम्मेदार पत्रकारिता की आवश्यकता पर भी बल दिया।
पुस्तक की लेखिका डॉ. नीलम शर्मा ने कहा कि यह पुस्तक शोधकर्ताओं, छात्रों, मीडिया कर्मियों और कानून के विशेषज्ञों के लिए एक महत्वपूर्ण स्रोत साबित होगी। इसका उद्देश्य लोकतंत्र में मीडिया की भूमिका और न्याय व्यवस्था पर उसके प्रभाव की गहरी समझ प्रदान करना है।
इस विमोचन समारोह में महाधिवक्ता अनूप रतन, विधायक संजय अवस्थी, आशीष बुटैल और कमलेश ठाकुर सहित एपीजी शिमला विश्वविद्यालय की ओर से प्रो-चांसलर डॉ. रमेश चौहान, डीन फैकल्टी डॉ. अश्विनी शर्मा, और सहायक प्रोफेसर डॉ. विजयश्री भी उपस्थित रहे। यह पुस्तक पत्रकारिता, कानून और जनसंचार के छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण संदर्भ ग्रंथ मानी जा रही है।