नाहन : सिरमौर के नाहन में चल रही पुलिस भर्ती प्रक्रिया को लेकर संस्कृत महाविद्यालय पास छात्रों ने आज नाहन के विधायक अजय सोलंकी से मुलाकात कर अपनी आपत्ति दर्ज कराई। इन छात्रों का कहना है कि उन्हें भर्ती प्रक्रिया से बाहर रखा गया है, जबकि इससे पहले शास्त्री पास कर चुके छात्र पुलिस भर्ती में शामिल होते रहे हैं। इसके अलावा, पॉलिटेक्निक पास छात्रों को भी इस भर्ती से बाहर कर दिया गया है। अभ्यर्थियों ने बताया कि उन्हें एडमिट कार्ड जारी किए गए थे, लेकिन इसके बावजूद भर्ती में शामिल नहीं किया गया। उन्होंने इस निर्णय को अन्यायपूर्ण बताते हुए सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है ताकि उन्हें इस प्रक्रिया में शामिल होने का अवसर मिले।
इस मुद्दे पर छात्रों ने विधायक अजय सोलंकी से मिलकर अपनी आपत्ति दर्ज कराई, जिस पर विधायक ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। संस्कृत महाविद्यालय के छात्रों का कहना है कि यदि पहले भी शास्त्री पास अभ्यर्थियों को भर्ती में शामिल किया जाता रहा है, तो इस बार उनके साथ भेदभाव क्यों किया जा रहा है। उन्होंने सरकार और प्रशासन से इस मामले में त्वरित हस्तक्षेप करने की मांग की है ताकि उन्हें न्याय मिल सके।

इसके अतिरिक्त, प्राक-शास्त्री द्वितीय वर्ष के अभ्यर्थियों को भी पुलिस भर्ती से बाहर रखा जा रहा है, जिसके खिलाफ छात्रों ने निम्नलिखित बिंदुओं को रखते हुए सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है। पूर्व में प्राक-शास्त्री द्वितीय वर्ष के अभ्यर्थियों को हिमाचल प्रदेश पुलिस भर्ती में शामिल किया गया था और कई चयनित अभ्यर्थी वर्तमान में पुलिस विभाग में सेवाएं दे रहे हैं। नाहन संस्कृत महाविद्यालय में NCC की कक्षा शामिल होने के बावजूद इन अभ्यर्थियों को पुलिस भर्ती में शामिल नहीं किया जा रहा है। वर्ष 2008 में भी ऐसा मामला सामने आया था, जिसमें बाद में इन अभ्यर्थियों को भर्ती में शामिल करने की अनुमति प्रदान की गई थी।
हिमाचल प्रदेश की अन्य भर्तियों में, जहां 10+2 अनिवार्य है, वहां प्राक-शास्त्री द्वितीय वर्ष के अभ्यर्थियों को अनुमति दी गई है, ताकि भविष्य में उन्हें इस प्रकार की समस्याओं का सामना न करना पड़े। प्राक-शास्त्री द्वितीय वर्ष के अभ्यर्थी हिमाचल प्रदेश की प्रशासनिक सेवाओं के लिए भी योग्य माने जाते हैं, इसलिए इन्हें पुलिस भर्ती में भी शामिल करने की अनुमति दी जाए ताकि वे भविष्य में किसी भी प्रकार की परेशानी से बच सकें।