नई दिल्लीः ओमिक्रॉन के वेरिएंट बी.ए. 2 (Omicron BA.2) के यूरोप और एशिया के कुछ हिस्सों में तेजी से फैलने से चिंता बढ़ा दी है | भारत के एक जाने माने वायरोलॉजिस्ट ने कहा है कि चौथी COVID-19 लहर की संभावना कम है, हालांकि, सतर्क रहने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा संभावना कम है, “लेकिन इस पर कोई भी भविष्यवाणी नहीं की जा सकती,” | यह देखते हुए कि चीन और दुनिया के अन्य हिस्सों में क्या हो रहा है, हमें चिंतित नहीं होना चाहिए, क्योंकि वहां परिस्थतियां भिन्न हैं |
आई.सी.एम.आर. के पूर्व प्रमुख डॉ. जैकब जॉन ने समाचार एजेंसी ए.एन.आई. को बताया कि चौथी COVID-19 लहर की भविष्यवाणी करने का कोई वैज्ञानिक, महामारी विज्ञान का आधार नहीं है, हालांकि संभावना बेहद काम है लेकिन कोई भी भविष्यवाणी नहीं की जा सकती की चौथी लहर नहीं आएगी | उन्होंने आगे जोर देकर कहा कि सतर्क और केवल सतर्क रहना महत्वपूर्ण है।
आई.आई.टी. कानपुर मॉडल की चौथी लहर की भविष्यवाणी के संदर्भ में उन्होंने कहा कि गणित के आधार पर COVID-19 लहर की भविष्यवाणी नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा कि मुझे समझ में नहीं आता कि मनुष्यों में भय को कैसे और किन उद्देश्यों के लिए पैदा करने की आवश्यकता है। इसलिए मैं गणित के आधार पर COVID-19 लहर की भविष्यवाणी करने में विश्वास नहीं करता। उन्होंने कहा कि वायरस बेहद अप्रत्याशित तरीके से चलता है, इसलिए यह स्पष्ट रूप से नहीं कहा जा सकता है कि चौथी लहर कभी नहीं जाएगी |