नाहन : उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश की सीमाओं पर हुई गोकशी की घटना का पुलिस ने 24 घंटे के भीतर खुलासा करते हुए एक अंतरराज्यीय गौ-तस्कर गिरोह का पर्दाफाश किया है। देहरादून पुलिस ने सहसपुर क्षेत्र से 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया, जबकि सिरमौर पुलिस ने पुरुवाला थाना क्षेत्र से 2 आरोपियों को पकड़ा। यह सभी एक संगठित गिरोह बनाकर गोकशी की घटनाओं को अंजाम दे रहे थे।
गिरोह के मास्टरमाइंड सादिक को भी गिरफ्तार कर लिया गया है, जिस पर उत्तराखंड में पहले से ही पशु क्रूरता से जुड़े 11 मामले दर्ज हैं। आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने घटनास्थल से 3 चापड़, 1 लंबी खुखरी, पशु कटान के अन्य उपकरण और 2 लकड़ी के गुटके जब्त किए। घटना की गंभीरता को देखते हुए देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) सिरमौर पहुंचे और सिरमौर के SP से मुलाकात कर संयुक्त रणनीति बनाई।

दोनों राज्यों की पुलिस टीमों ने संयुक्त अभियान चलाया। गिरफ्तार सभी आरोपी पहले भी पशु क्रूरता और गोकशी के मामलों में जेल जा चुके हैं। विकासनगर से गिरफ्तार आरोपियों की पहचान नौशाद, गुलबहार, समीर, शाहरुख, सादिक और तौसीब के रूप में हुई है, जबकि पुरुवाला से शहनवाज और इरशाद को गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में आरोपियों ने सीमावर्ती इलाकों और नदी किनारे से गौवंश चोरी कर उन्हें काटने की बात स्वीकार की। आरोपी गौमांस और पशु मांस बेचकर मोटा मुनाफा कमाते थे। 31 मार्च को भी उन्होंने यमुना नदी किनारे गोकशी की और अवशेष वहीं फेंक दिए थे।