मंडी। गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं के कारण नवजात व शिशु मृत्यु दर में गिरावट दर्ज की गई है। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी मंडी डॉ नरेन्द्र भारद्वाज ने नवजात व शिशु मृत्यु समीक्षा विषय पर दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर की अध्यक्षता करते हुए दी। उन्होंने बताया कि मृत्यु दर को और कम करने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के माध्यम से कई कार्यक्रम व प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। प्रशिक्षण शिविर का आयोजन मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के सभागार मुख्य चिकित्सा अधिकारी में किया गया। शिविर में जिला से आए चिकित्सा अधिकारियों, स्टाफ नर्सों व स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
कार्यशाला में मुख्य प्रशिक्षक डॉ दिनेश ठाकुर जिला स्वास्थ्य अधिकारी व डॉ अनुराधा शर्मा जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि वर्ष 2014 के स्वास्थ्य सर्वेक्षण मे प्रति 1000 जीवित जन्म पर 30 शिशुओं की मृत्यु हो जाती थी जिसे सन 2030 तक 12 तक लाने का प्रयास किया जा रहा है। इसमें आशा कार्यकर्ता, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, चिकित्सा अधिकारियों, स्वास्थ्य संस्थानों में मिलने वाली गुणवतापूर्ण सुविधाओं की विशेष भूमिका होगी। यदि दुर्भाग्यवश 0 से 5 वर्ष से कम आयु के किसी भी शिशु की मृत्यु होती है तो सर्वप्रथम आशा कार्यकर्ता 24 घण्टे के भीतर हेल्थ इनफार्मेशन हेल्पलाइन 104 नंबर पर सूचित कर जानकारी देगी। तत्पश्चात क्षेत्र के स्वास्थ्य कार्यकर्ता व नामित चिकित्सा अधिकारी मृत्यु के कारणों की विस्तृत जानकारी जिला मुख्यालय को लिखित रूप प्रेषित करेंगे। इससे ज्ञात हो सकेगा कि मृत्यु का कारण सामुदायिक स्तर पर, स्वास्थ्य सेवा या स्वास्थ्य संस्थान की सुविधा उपलब्धता का रहा है। इससे भविष्य में स्वास्थ्य योजना मे सुधार करने में सहायता मिलेगी।