नाहन : हिमाचल प्रदेश के श्रम विभाग और नाहन शहर के लिए आज एक बेहद दुखद समाचार सामने आया है। नाहन के रहने वाले जितेंद्र बिंद्रा जो कि बद्दी में जिला श्रम अधिकारी के पद पर कार्यरत थे, शनिवार सुबह चंडीगढ़ के पीजीआई अस्पताल में निधन हो गया। बिंद्रा जी कुछ समय पहले ही बद्दी में स्थानांतरित हुए थे, इससे पहले वे सिरमौर जिले में जिला श्रम अधिकारी के पद पर तैनात थे। वो बहुत ही हंसमुख और नेकदिल इंसान थे। उनकी ईमानदार छवि और कर्तव्यनिष्ठता ने उन्हें विभाग में एक आदर्श अधिकारी बना दिया था, और उनके निधन से पूरे नाहन शहर और श्रम विभाग में शोक की लहर दौड़ गई है।
जितेंद्र बिंद्रा ने अपने करियर की शुरुआत एक अधिवक्ता के रूप में की थी, और बाद में हिमाचल प्रदेश के श्रम विभाग में लेबर इंस्पेक्टर के रूप में शामिल हुए। उन्होंने अपनी कार्यक्षमता और ईमानदारी से विभाग में महत्वपूर्ण योगदान दिया और विभिन्न पदों पर रहते हुए अपने निर्णयों में निष्पक्षता और पारदर्शिता बनाए रखी। वे युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय थे और रोजगार दिलाने में उन्होंने कई लोगों की मदद की। उनकी सरल स्वभाव और सादगी के कारण वे सभी के प्रिय बन गए थे।
जानकारी के मुताबिक, जितेंद्र बिंद्रा को कुछ समय पहले डेंगू हो गया था, जिससे उनकी तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद उन्हें चंडीगढ़ के पीजीआई अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उनका निधन हो गया। उनके निधन की खबर से उनके परिचित, सहयोगी, और मित्र स्तब्ध हैं।
बिंद्रा जी अपने पीछे अपनी पत्नी मोनिका बिंद्रा, दो बेटियां और एक बेटा छोड़ गए हैं। उनकी पत्नी मोनिका बिंद्रा नाहन के कार्मेल कॉन्वेंट स्कूल में वरिष्ठ शिक्षिका के पद पर कार्यरत हैं, और उनकी बेटी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी में जुटी हुई है। उनके परिवार के सदस्यों और नाहन के लोगों ने इस दुखद घड़ी में गहरा शोक व्यक्त किया है।
बिंद्रा जी का पार्थिव शरीर नाहन लाया जा रहा है, और उनके अंतिम संस्कार की तैयारियां की जा रही हैं। अभी तक अंतिम संस्कार का समय निर्धारित नहीं हुआ है, लेकिन इस दुखद घटना से पूरे नाहन शहर में शोक की लहर है। उनके निधन से श्रम विभाग और नाहन शहर ने एक समर्पित और ईमानदार अधिकारी खो दिया है, जिसकी भरपाई करना मुश्किल होगा।