नाहन: सैनिक विश्रामगृह परिसर, नाहन में जिला सिरमौर के भूतपूर्व सैनिकों के लिए जिला स्तरीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में सैनिक कल्याण बोर्ड के निदेशक ब्रिगेडियर मदनशील शर्मा विशेष रूप से उपस्थित रहे। सम्मेलन में भूतपूर्व सैनिकों और उनकी विधवाओं से जुड़ी समस्याओं पर गहन मंथन हुआ, जिसमें पेंशन से संबंधित कागजी समस्याओं और सैनिक विश्रामगृहों के संचालन जैसे मुद्दों पर विशेष ध्यान दिया गया।
ब्रिगेडियर मदनशील शर्मा ने बातचीत में बताया कि सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य भूतपूर्व सैनिकों और उनकी विधवाओं की समस्याओं को सुनना और उनके समाधान के लिए ठोस कदम उठाना था। उन्होंने कहा, “पेंशन से जुड़ी ज्यादातर समस्याएं कागजात में खामियों के कारण होती हैं, जैसे कि आश्रितों के नाम और उम्र से संबंधित गलतियां। जिला स्तर पर सैनिक कल्याण बोर्ड के कार्यालय इन समस्याओं के समाधान के लिए पूरी मदद करते हैं ताकि विधवाओं और आश्रितों को परेशानी न हो।”

सम्मेलन में पांवटा साहिब स्थित सैनिक कल्याण बोर्ड विश्रामगृह के घाटे में चलने का मुद्दा भी उठा। ब्रिगेडियर शर्मा ने बताया कि कई विश्रामगृह आर्थिक रूप से घाटे में हैं, जिसमें पांवटा साहिब का विश्रामगृह भी शामिल है। उन्होंने कहा, “पांवटा साहिब विश्रामगृह का सालाना खर्च करीब 5 लाख रुपये है, जबकि आय केवल 4 लाख रुपये के आसपास है। इसे देखते हुए इसे आउटसोर्स करने का फैसला लिया गया है।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि आउटसोर्सिंग के बाद भी सैनिकों और भूतपूर्व सैनिकों के लिए किराया सैनिक कल्याण बोर्ड द्वारा निर्धारित रेट पर ही रहेगा, जिससे उनकी सुविधा में कोई कमी न आए।
इस सम्मेलन में जिला सिरमौर के भूतपूर्व सैनिकों और उनके परिवारों ने अपनी समस्याएं रखीं, जिनके समाधान के लिए बोर्ड ने त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया।