नाहन : सिरमौर जिला की देवनी और विक्रम बाग पंचायतों के ग्रामीणों को उस समय गहरा झटका लगा, जब उन्हें हाल ही में बिजली विभाग द्वारा भेजे गए बिलों में लाखों रुपये की राशि दर्शाई गई। ग्रामीणों का आरोप है कि पहले जहां कुछ परिवारों के बिजली बिल शून्य या नाममात्र होते थे, अब वही बिल ₹50,000 से ₹70,000 तक पहुँच रहे हैं।
ग्रामीणों ने इसे लेकर अधीक्षण अभियंता, विद्युत मंडल नाहन को एक लिखित ज्ञापन सौंपा है। उन्होंने मांग की है कि इन भारी-भरकम बिलों की तत्काल जांच कर उन्हें संशोधित किया जाए, अन्यथा वे विभाग के खिलाफ आंदोलन करने को मजबूर होंगे।

ग्रामीणों का कहना है कि उनके घरों में हाल ही में आधुनिक (डिजिटल) मीटर लगाए गए हैं, जिनके बाद से ही बिलों में यह असामान्य वृद्धि हुई है। “हम दिहाड़ी मजदूर हैं। हमारे लिए इतने बड़े बिजली बिल चुकाना असंभव है। यह हमारी साल भर की कुल आमदनी के बराबर है,” ।
ग्रामीणों ने अपने ज्ञापन में तीन मुख्य मांगें रखी हैं। पहली मांग है कि अत्यधिक बिजली बिलों की उचित जांच की जाए। उनकी दूसरी मांग के तहत ग्रामीणों ने आग्रह किया है कि यदि हाल ही में लगाए गए आधुनिक डिजिटल मीटरों में कोई तकनीकी खामी पाई जाती है, तो उन्हें तुरंत हटाया जाए या फिर ऐसे मीटरों को पुराने विश्वसनीय मीटरों से बदला जाए।
तीसरी और सबसे महत्वपूर्ण मांग यह है कि सभी उपभोक्ताओं को उनकी वास्तविक खपत के आधार पर ही बिजली बिल जारी किए जाएं। बिना खपत के अत्यधिक बिल देना न केवल अन्याय है बल्कि आम जनता की आर्थिक स्थिति को और अधिक कमजोर बना रहा है।
इस मामले में हिल्स पोस्ट मीडिया द्वारा भी अधिशाषी अभियंता (ExEN), विद्युत मंडल नाहन से संपर्क करने का प्रयास किया गया, ताकि ग्रामीणों द्वारा उठाए गए आरोपों और समस्याओं पर विभाग का पक्ष लिया जा सके। हालांकि, कॉल करने पर उनका मोबाइल नंबर बंद मिला, जिससे कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई।